रायपुर : कोरोना वायरस (coronavirus) का संक्रमण नक्सलियों पर भी कहर बरपा रहा है. कोरोना संक्रमित नक्सलियों के कम्युनिकेशन टीम के चीफ (Chief of communication team of Naxalites) गद्दाम मधुकर उर्फ सोबराय (Gaddam Madhukar alias Sobrai) की हैदराबाद में इलाज के दौरान मौत हो गई है. बस्तर आईजी सुंदरराज पी. ने मौत की पुष्टि की है. कुछ दिन पहले बीजापुर के नक्सली कमांडर कोरसा गंगा उर्फ आयतु की भी कोरोना से मौत हो गई थी. बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने नक्सलियों से अपील की है कि कोरोना संक्रमित नक्सली सरेंडर करें. शासन उनका इलाज कराएगी.
वारंगल पुलिस ने किया था अरेस्ट
बता दें कि 2 जून को नक्सली सोबराय को तेलंगाना के वारंगल में अरेस्ट किया गया था. वारंगल जिले के मुलुगू क्रास रोड पर वाहन चेकिंग के दौरान पुलिस ने सोबराय को पकड़ा था. वह नक्सलियों के दक्षिण सब जोनल ब्यूरो की कम्युनिकेशन टीम का मुखिया था. उसके ऊपर 8 लाख रुपए का इनाम था. पूछताछ में उसने खुद को कोरोना पॉजिटिव बताया और इलाज के लिए आने की बात कही थी. इसके बाद पुलिस ने उसका RT-PCR टेस्ट कराया गया था.
नक्सली सरेंडर करें, शासन इलाज कराएगी: IG
बस्तर आईजी सुंदरराज पी. ने बताया कि सीनियर नक्सली सोबराय का इलाज हैदराबाद के उस्मानिया अस्पताल में चल रहा था, जहां शनिवार रात को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. सोबराय तेलंगाना के अदीलाबाद का रहने वाला था. 20 सालों से दण्डकारण्य स्पेशल जोन कमेटी में कम्युनिकेशन विंग का कमांड कर रहा था. आईजी सुंदरराज पी. ने नक्सलियों से अपील की है कि कोरोना जानलेवा बीमारी है. इसमें किसी भी तरह की लापरवाही नक्सलियों के साथ-साथ लोगों के लिए भी खतरनाक हो सकती है. आईजी ने कहा कि यदि कोरोना संक्रमित नक्सली सरेंडर करते हैं, तो शासन उनका पूरा इलाज कराएगी.
पढ़ें - जम्मू-कश्मीर : पुलवामा के त्राल बाजार में धमाका, सात नागरिक घायल
कोरोना की चपेट में कई नक्सली
पूछताछ में सोबराय ने बताया था कई लीडर और नक्सली कोरोना संक्रमण की चपेट में हैं, लेकिन उन्हें इलाज कराने के लिए बाहर जाने नहीं दिया जा रहा है. यह भी बताया था कि छत्तीसगढ़ में सुकमा-बीजापुर के सिलगेर में कैंप खुलने के विरोध में जुटे सीमावर्ती गांवों के तमाम ग्रामीण संक्रमण की चपेट में हैं.
नक्सली कमांडर आयतु की भी हुई थी कोरोना से मौत
कुछ दिन पहले बीजापुर के नक्सली कमांडर कोरसा गंगा उर्फ आयतु की भी कोरोना से मौत हो गई थी. नक्सली आयतु का इलाज तेंलगाना के कोत्तागुड़म जिले के अस्पताल में चल रहा था. लंबे समय से ये बात सामने आ रही है कि नक्सली लगातार कोरोना संक्रमण के शिकार हो रहे हैं. अब दो बड़े नक्सली लीडरों की कोरोना से मौत के बाद से नक्सलियों में कोरोना संक्रमण फैलने की पुष्टि भी हो गई है.
100 से ज्यादा नक्सली कोरोना संक्रमित
छत्तीसगढ़ में कोरोना की दूसरी लहर ने हाहाकार मचाया हुआ है. दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा के इलाके भी इससे अछूती नहीं है. बीते दिनों पुलिस ने 100 से ज्यादा नक्सलियों के कोरोना संक्रमित होने का दावा किया था. दंतेवाड़ा SP अभिषेक पल्लव ने दावा किया था कि कई बड़े लीडर समेत 100 से ज्यादा नक्सली कोरोना की चपेट में है. जिससे गांवों में कोरोना का खतरा बढ़ गया है. दंतेवाड़ा SP का कहना था कि नक्सलियों के कोरोना और फूड प्वॉइजनिंग से पीड़ित होने की खबर विश्वस्त सूत्रों से मिली है. यदि ऐसा है तो अंदरूनी गांवों के ग्रामीणों के लिए भी बड़ा खतरा है. दंतेवाड़ा SP अभिषेक पल्लव ने इसकी पुष्टि की थी.
कई बड़े नक्सली लीडर कोरोना संक्रमित
बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने भी कहा था कि सरेंडर करने वाले नक्सलियों का इलाज पुलिस कराएगी. आईजी ने ये भी कहा कि नक्सलियों के कई बड़े लीडर भी कोरोना की चपेट में हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस को नक्सलियों का एक पत्र भी मिला है, जिसमें कई नक्सलियों के कोरोना से संक्रमित होने की बात लिखी हुई है. आईजी सुंदरराज पी ने दावा किया कि 12 से अधिक बड़े नक्सली लीडर्स को भी कोरोना होने की जानकारी उन्हें सूत्रों से मिली है. उन्हें इलाज भी नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में उन तक दवाई और वैक्सीन पहुंचे, इसकी जद्दोजहद में वे जरूर लगे हुए हैं, लेकिन पुलिस उनकी इस चाल को कामयाब नहीं होने देगी. उन्होंने कहा कि बस्तर संभाग के नक्सली क्षेत्रों में नाकेबंदी जारी है. इसके कारण नक्सलियों को दवाईयां और लॉजिस्टिक फूड सप्लाई नहीं हो पा रही है.