रानीगंज: पश्चिम बंगाल के रानीगंज में नारायणकुरी ओपन पिट खदान ढह जाने के बाद गुरुवार तड़के मलबे से 3 शव बरामद किए गए. आसनसोल दुर्गापुर पुलिस के डीसी (सेंट्रल) एसएस कुलदीप ने गुरुवार सुबह कहा कि कुल 3 शव बरामद किए गए हैं. शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा जा रहा है. उधर, बीजेपी विधायक अग्निमित्र पॉल ने रात भर बचाव कार्य का निरीक्षण किया.
उन्होंने दावा किया कि सुबह-सुबह 7 लोगों के शव ग्रामीणों ने बरामद किए हैं. लेकिन पुलिस कुल संख्या को लेकर असहमत थी. बुधवार को रानीगंज में नारायणकुडी खुली खदान में अवैध रूप से कोयला एकत्र करते समय कई लोगों के कुचले जाने की खबर से तनाव फैल गया. घटना की खबर मिलने के बाद बुधवार रात बीजेपी विधायक अग्निमित्रा पॉल इलाके में पहुंचीं.
भाजपा विधायक ने मांग की कि पुलिस शवों को मलबे से निकाले. इसके बाद उन्होंने देर रात विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. दबाव में आकर पुलिस ने राज्य सरकार की रेस्क्यू टीम को बुलाया. इसके अलावा ईसीएल की रेस्क्यू टीम को भी बुलाया गया. हालांकि, बचाव अभियान की निगरानी करने वाली अग्निमित्रा पाल ने दावा किया कि ईसीएल की रेस्क्यू टीम नहीं आयी.
उन्होंने दावा किया कि ईसीएल का कोई अधिकारी मौके पर नहीं आया. राज्य सरकार की रेस्क्यू टीम काम नहीं आई. स्थानीय लोगों ने ही शव बरामद किया. स्थानीय सूत्रों के मुताबिक गुरुवार की सुबह एक के बाद एक शवों को बाहर निकालना संभव हो सका. आसनसोल दुर्गापुर पुलिस के डीसी (सेंट्रल) एसएस कुलदीप ने मीडिया को बताया कि 3 शव बरामद किए गए हैं.
उन्होंने बताया कि बरामद शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. अग्निमित्रा पाल सुबह 5:30 बजे खदान क्षेत्र से बाहर आईं और दावा किया कि रात भर चले बचाव अभियान के परिणामस्वरूप 7 शव बरामद किए गए. उन्होंने इस घटना से अप्रभावित रहने के लिए पुलिस और ईसीएल की आलोचना की.