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'सिर फोड़ने' का आदेश देने वाले SDM का सीएम खट्टर ने किया बचाव, बोले- सख्ती जरूरी थी - करनाल एसडीएम किसान सर फोड़

करनाल में किसानों का सिर फोड़ने का आदेश देने वाले एसडीएम आयुष सिन्हा (karnal SDM video) को लेकर सरकार घिरी हुई है. इस मामले को लेकर पहले डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला (dushyant chautala) ने एसडीएम के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही थी तो अब मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Manohar Lal Khattar) ने भी इस मामले को लेकर बड़ा बयान दिया है.

manohar lal khattar
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Published : Aug 30, 2021, 7:22 PM IST

चंडीगढ़ : हरियाणा के करनाल जिले में शनिवार को किसानों पर लाठीचार्ज (karnal farmer lathi charge) के बाद करनाल एसडीएम के वीडियो (Karnal SDM Video) ने पूरे देश में तहलका मचा दिया. इस वीडियो में एसडीएम पुलिस जवानों को किसानों का सिर फोड़ने का डायरेक्शन दे रहे हैं. अब इस मुद्दे पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Manohar Lal Khattar) ने भी बड़ा बयान दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि करनाल घटना का विजुवल व ऑडियो मैंने भी सुना है. शनिवार को करनाल में हमारी प्रदेश स्तर की बैठक थी, जिसमें मैं भी था.

सीएम ने कहा कि किसानों ने बैठक का विरोध करने के लिए एक दिन पहले योजना बनाई. प्रशासन ने कहा था कि किसान काले झंडे लेकर नारेबाजी कर सकते हैं. किसानों के साथ ये समझौता हो गया था, लेकिन किसानों ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ की गाड़ियां रोकने का प्रयास किया. सीएम ने कहा कि अधिकारी का काम सख्ती करना है, मगर उनको ये शब्द नहीं बोलने चाहिए थे. प्रदर्शनकारी लोकतांत्रिक तरीके से चलें, उनको लाभ नहीं नुकसान हो रहा है, उनकी बड़ी संख्या नहीं है.

सीएम ने आगे कहा कि मुझे फोन आ रहे हैं कि इनसे सख्ती से निपटें. सीएम ने कहा कि जिस जगह ये घटना हुई वहां मेरा हेलीकॉप्टर नहीं उतरने दिया था. मैं अगर चाहता कि हेलीकॉप्टर उतरना है तो सख्ती हो सकती थी. इस पूरे मामले में पंजाब के लोगों का हाथ है. वहीं पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह को लेकर सीएम खट्टर ने कहा कि वह (कैप्टन अमरिंदर सिंह) मेरा इस्तीफा मांगने वाले कौन होते हैं. इसके बजाय उन्हें इस्तीफा देना चाहिए, क्योंकि किसान आंदोलन के पीछे उनका हाथ है. वहां (दिल्ली बॉर्डर पर) प्रदर्शन कर रहे किसान पंजाब के हैं. हरियाणा के किसान सिंघू या टिकरी बॉर्डर पर धरना नहीं दे रहे हैं.

गौरतलब है कि करनाल में शनिवार को बीजेपी की प्रदेश कार्यकारिणी की अहम बैठक (Karnal BJP meeting) हुई थी. इस दौरान किसानों ने भी विरोध जताते हुए जोरदार प्रदर्शन (farmer protest) किया था. वहीं किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज (karnal farmer lathi charge) करना पड़ा था. इस दौरान 4 किसान और 10 पुलिसकर्मी घायल हुए. घायल किसानों में से एक किसान की रविवार को मौत हो गई. मृतक किसान का नाम सुशील काजल है. किसान करनाल के घरौंडा के रायपुर जट्टान गांव का रहने वाला था.

लाठीचार्ज के बाद करनाल के एसडीएम आयुष सिन्हा का एक वीडियो सामने आया थी, जिसमें एसडीएम पुलिस वालों को ये कह रहे हैं कि कोई भी किसान अगर बैरिकेडिंग से आगे आए तो उसका सिर फोड़ देना. उन्होंने कहा था कि 'मेरा आदेश सिंपल है. जो भी हो. इससे बाहर कोई भी नहीं जायेगा. किसी तरह से स्पष्ट कर देता हूं. सिर फोड़ देना. नहीं जायेगा. मैं ड्यूटी मजिस्ट्रेट हूं. लिखित में दे रहा हूं. सीधे लट्ठ मारो. कोई डाउट (पुलिस वाले कहते हैं..नहीं सर). मारोगे? (पुलिस वाले कहते हैं...यस सर). कोई जायेगा इधर से (पुलिस वाले कहते हैं...नहीं सर). सीधे उठा उठाकर मारना. कोई डाउट नहीं है. कोई डायरेक्शन की जरूरत नहीं है. ये रास्ता हम किसी भी हालत में ब्रीच नहीं होने देंगे. हमारे पास पर्याप्त फोर्स है.'

पढ़ेंः हरियाणा सीएम का विरोध कर रहे किसानों पर लाठीचार्ज, कई घायल

चंडीगढ़ : हरियाणा के करनाल जिले में शनिवार को किसानों पर लाठीचार्ज (karnal farmer lathi charge) के बाद करनाल एसडीएम के वीडियो (Karnal SDM Video) ने पूरे देश में तहलका मचा दिया. इस वीडियो में एसडीएम पुलिस जवानों को किसानों का सिर फोड़ने का डायरेक्शन दे रहे हैं. अब इस मुद्दे पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Manohar Lal Khattar) ने भी बड़ा बयान दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि करनाल घटना का विजुवल व ऑडियो मैंने भी सुना है. शनिवार को करनाल में हमारी प्रदेश स्तर की बैठक थी, जिसमें मैं भी था.

सीएम ने कहा कि किसानों ने बैठक का विरोध करने के लिए एक दिन पहले योजना बनाई. प्रशासन ने कहा था कि किसान काले झंडे लेकर नारेबाजी कर सकते हैं. किसानों के साथ ये समझौता हो गया था, लेकिन किसानों ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ की गाड़ियां रोकने का प्रयास किया. सीएम ने कहा कि अधिकारी का काम सख्ती करना है, मगर उनको ये शब्द नहीं बोलने चाहिए थे. प्रदर्शनकारी लोकतांत्रिक तरीके से चलें, उनको लाभ नहीं नुकसान हो रहा है, उनकी बड़ी संख्या नहीं है.

सीएम ने आगे कहा कि मुझे फोन आ रहे हैं कि इनसे सख्ती से निपटें. सीएम ने कहा कि जिस जगह ये घटना हुई वहां मेरा हेलीकॉप्टर नहीं उतरने दिया था. मैं अगर चाहता कि हेलीकॉप्टर उतरना है तो सख्ती हो सकती थी. इस पूरे मामले में पंजाब के लोगों का हाथ है. वहीं पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह को लेकर सीएम खट्टर ने कहा कि वह (कैप्टन अमरिंदर सिंह) मेरा इस्तीफा मांगने वाले कौन होते हैं. इसके बजाय उन्हें इस्तीफा देना चाहिए, क्योंकि किसान आंदोलन के पीछे उनका हाथ है. वहां (दिल्ली बॉर्डर पर) प्रदर्शन कर रहे किसान पंजाब के हैं. हरियाणा के किसान सिंघू या टिकरी बॉर्डर पर धरना नहीं दे रहे हैं.

गौरतलब है कि करनाल में शनिवार को बीजेपी की प्रदेश कार्यकारिणी की अहम बैठक (Karnal BJP meeting) हुई थी. इस दौरान किसानों ने भी विरोध जताते हुए जोरदार प्रदर्शन (farmer protest) किया था. वहीं किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज (karnal farmer lathi charge) करना पड़ा था. इस दौरान 4 किसान और 10 पुलिसकर्मी घायल हुए. घायल किसानों में से एक किसान की रविवार को मौत हो गई. मृतक किसान का नाम सुशील काजल है. किसान करनाल के घरौंडा के रायपुर जट्टान गांव का रहने वाला था.

लाठीचार्ज के बाद करनाल के एसडीएम आयुष सिन्हा का एक वीडियो सामने आया थी, जिसमें एसडीएम पुलिस वालों को ये कह रहे हैं कि कोई भी किसान अगर बैरिकेडिंग से आगे आए तो उसका सिर फोड़ देना. उन्होंने कहा था कि 'मेरा आदेश सिंपल है. जो भी हो. इससे बाहर कोई भी नहीं जायेगा. किसी तरह से स्पष्ट कर देता हूं. सिर फोड़ देना. नहीं जायेगा. मैं ड्यूटी मजिस्ट्रेट हूं. लिखित में दे रहा हूं. सीधे लट्ठ मारो. कोई डाउट (पुलिस वाले कहते हैं..नहीं सर). मारोगे? (पुलिस वाले कहते हैं...यस सर). कोई जायेगा इधर से (पुलिस वाले कहते हैं...नहीं सर). सीधे उठा उठाकर मारना. कोई डाउट नहीं है. कोई डायरेक्शन की जरूरत नहीं है. ये रास्ता हम किसी भी हालत में ब्रीच नहीं होने देंगे. हमारे पास पर्याप्त फोर्स है.'

पढ़ेंः हरियाणा सीएम का विरोध कर रहे किसानों पर लाठीचार्ज, कई घायल

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