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भारत से तनातनी के बीच चीन ने मालदीव के साथ कई समझौतों पर किए हस्ताक्षर - भारत से तनातनी के बीच चीन का समझौता

चीन के विदेश मंत्री वांग यी (Chinese Foreign Minister Wang Yi) और मालदीव के विदेश मामलों के मंत्री अब्दुल्ला शाहिद (Abdulla Shahid, Minister of Foreign Affairs of Maldives) ने शनिवार को बुनियादी ढांचे के विकास, स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों सहति कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर (signing important agreements) किए.

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फाइल फोटो
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Published : Jan 8, 2022, 9:59 PM IST

नई दिल्ली : मालदीव से राजनयिक संबंधों की स्थापना की 50वीं वर्षगांठ मनाने के लिए चीनी विदेश मंत्री वांग यी (Chinese Foreign Minister Wang Yi) मालदीव की दो दिवसीय यात्रा पर हैं. वांग यी शुक्रवार शाम को मालदीव पहुंचे थे और सेलेब्स अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर विदेश मंत्री शाहिद (Abdulla Shahid, Minister of Foreign Affairs of Maldives) और विदेश मंत्रालय के अन्य उच्च स्तरीय अधिकारियों ने उनका स्वागत किया.

मालदीव के विदेश मंत्री और संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 76वें सत्र के अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद के निमंत्रण पर चीनी विदेश मंत्री मालदीव का दौरा कर रहे हैं. वांग यी की यात्रा में भारत का फैक्टर महत्वपूर्ण है. विपक्षी नेता और मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन (Former Maldives President Abdulla Yameen) द्वारा इंडिया आउट अभियान फिर से शुरू किया गया, जो नवंबर में जेल से रिहा हुए.

यामीन ने मालदीव के राष्ट्रपति सोलिह द्वारा देश में भारतीय सेना को प्रवेश देने की अनुमति का विरोध करते हुए आरोप लगाया कि भारतीय सेना देश की संप्रभुता को कमजोर करती है. हालांकि मालदीव सरकार इन आरोपों से इनकार करती रही है.

मालदीव की अपनी यात्रा के बाद चीनी एफएम श्रीलंका का भी दौरा करने वाले हैं क्योंकि कहा जाता है कि एशियाई दिग्गज ने दक्षिण एशियाई देशों में संबंधों को मजबूत करने और अपने प्रभाव को बरकरार रखने के लिए नए सिरे से प्रयास शुरु किए हैं.

चीन-मालदीव के बीच समझौता
चीन-मालदीव के बीच समझौता

यात्रा के दौरान जिन समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं. उसमें मालदीव गणराज्य की सरकार और चीन जनवादी गणराज्य की सरकार के बीच पारस्परिक वीजा छूट पर समझौता शामिल है. जो मालदीवियों को 30 दिन के वीजा पर चीन की यात्रा करने की अनुमति देगा.

मालदीव गणराज्य की सरकार और चीन के जनवादी गणराज्य की सरकार के बीच आर्थिक और तकनीकी सहयोग का समझौता भी हुआ है. साथ प्रमुख क्षेत्रों के विकास पर ध्यान केंद्रित करना, सामाजिक, आजीविका और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर भी समझौता हुआ है.

इन समझौतों पर मालदीव सरकार की ओर से अहमद खलील द्वारा हस्ताक्षर किए गए हैं. साथ ही राष्ट्रीय योजना, आवास और बुनियादी ढांचा मंत्री मोहम्मद असलम ने सरकार की ओर से हस्ताक्षर किए हैं. चीन-मालदीव फ्रेंडशिप ब्रिज योजना पर राष्ट्रीय योजना, आवास और बुनियादी ढांचे के राज्य मंत्री अकरम कमौलुद्दीन ने हस्ताक्षर किए हैं.

यह भी पढ़ें- Assembly Election-2022: 15 जनवरी तक जनसभाओं-रोडशो पर रोक, जानें कैसे होगा चुनाव प्रचार

मालदीव में चीन सहायता प्राप्त माइक्रो ग्रिड सागर जल विलवणीकरण परियोजना के कार्यान्वयन अनुबंध के लिए पूरक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए हैं. मालदीव के स्वास्थ्य मंत्री अहमद नसीम ने मालदीव गणराज्य के स्वास्थ्य मंत्रालय और चीन जनवादी गणराज्य के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के बीच एक अस्पताल सहायता और सहयोग कार्यक्रम की स्थापना के समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. इन समझौतों से चीन-मालदीव के बीच मैत्री पुल बनाने की सरकार की उम्मीद है.

नई दिल्ली : मालदीव से राजनयिक संबंधों की स्थापना की 50वीं वर्षगांठ मनाने के लिए चीनी विदेश मंत्री वांग यी (Chinese Foreign Minister Wang Yi) मालदीव की दो दिवसीय यात्रा पर हैं. वांग यी शुक्रवार शाम को मालदीव पहुंचे थे और सेलेब्स अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर विदेश मंत्री शाहिद (Abdulla Shahid, Minister of Foreign Affairs of Maldives) और विदेश मंत्रालय के अन्य उच्च स्तरीय अधिकारियों ने उनका स्वागत किया.

मालदीव के विदेश मंत्री और संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 76वें सत्र के अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद के निमंत्रण पर चीनी विदेश मंत्री मालदीव का दौरा कर रहे हैं. वांग यी की यात्रा में भारत का फैक्टर महत्वपूर्ण है. विपक्षी नेता और मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन (Former Maldives President Abdulla Yameen) द्वारा इंडिया आउट अभियान फिर से शुरू किया गया, जो नवंबर में जेल से रिहा हुए.

यामीन ने मालदीव के राष्ट्रपति सोलिह द्वारा देश में भारतीय सेना को प्रवेश देने की अनुमति का विरोध करते हुए आरोप लगाया कि भारतीय सेना देश की संप्रभुता को कमजोर करती है. हालांकि मालदीव सरकार इन आरोपों से इनकार करती रही है.

मालदीव की अपनी यात्रा के बाद चीनी एफएम श्रीलंका का भी दौरा करने वाले हैं क्योंकि कहा जाता है कि एशियाई दिग्गज ने दक्षिण एशियाई देशों में संबंधों को मजबूत करने और अपने प्रभाव को बरकरार रखने के लिए नए सिरे से प्रयास शुरु किए हैं.

चीन-मालदीव के बीच समझौता
चीन-मालदीव के बीच समझौता

यात्रा के दौरान जिन समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं. उसमें मालदीव गणराज्य की सरकार और चीन जनवादी गणराज्य की सरकार के बीच पारस्परिक वीजा छूट पर समझौता शामिल है. जो मालदीवियों को 30 दिन के वीजा पर चीन की यात्रा करने की अनुमति देगा.

मालदीव गणराज्य की सरकार और चीन के जनवादी गणराज्य की सरकार के बीच आर्थिक और तकनीकी सहयोग का समझौता भी हुआ है. साथ प्रमुख क्षेत्रों के विकास पर ध्यान केंद्रित करना, सामाजिक, आजीविका और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर भी समझौता हुआ है.

इन समझौतों पर मालदीव सरकार की ओर से अहमद खलील द्वारा हस्ताक्षर किए गए हैं. साथ ही राष्ट्रीय योजना, आवास और बुनियादी ढांचा मंत्री मोहम्मद असलम ने सरकार की ओर से हस्ताक्षर किए हैं. चीन-मालदीव फ्रेंडशिप ब्रिज योजना पर राष्ट्रीय योजना, आवास और बुनियादी ढांचे के राज्य मंत्री अकरम कमौलुद्दीन ने हस्ताक्षर किए हैं.

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मालदीव में चीन सहायता प्राप्त माइक्रो ग्रिड सागर जल विलवणीकरण परियोजना के कार्यान्वयन अनुबंध के लिए पूरक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए हैं. मालदीव के स्वास्थ्य मंत्री अहमद नसीम ने मालदीव गणराज्य के स्वास्थ्य मंत्रालय और चीन जनवादी गणराज्य के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के बीच एक अस्पताल सहायता और सहयोग कार्यक्रम की स्थापना के समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. इन समझौतों से चीन-मालदीव के बीच मैत्री पुल बनाने की सरकार की उम्मीद है.

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