देहरादून (उत्तराखंड): बदरी केदार मंदिर समिति लगातार सुर्खियों में है. अब एक और मामला अनियमितता से जुड़ा सामने आया है. जिसमें भैरव वाहिनी के अध्यक्ष संदीप खत्री ने राज्य सरकार को एक पत्र लिखकर बदरी केदार मंदिर समिति के खजाने से विज्ञापन को लेकर पैसों की गड़बड़ी समेत अन्य आरोप लगाए हैं. साथ ही वित्तीय अनियमितता समेत अन्य मुद्दों की जांच कराने की मांग की है, जिस पर अब जांच भी शुरू हो गई है.
बता दें कि राज्य सरकार लगातार भ्रष्टाचार पर सख्ती करते हुए कई मामलों की जांच के आदेश दे रही है. इसी कड़ी में एक और जांच शुरू हो गई है. इस बार बदरी केदार मंदिर समिति के एक सदस्य के खिलाफ भी जांच शुरू हुई है. जिसमें कहा गया है कि सदस्य की ओर से अपने अखबार के लिए विज्ञापन के नाम पर लाखों रुपए लिए गए हैं. आरोप है कि मंदिर समिति का सदस्य होने के बाद भी सदस्य ने अपने अखबार के लिए लाखों रुपए के विज्ञापन लिए हैं, जो कि सही नहीं है. इतना ही नहीं कई तरह की वित्तीय अनिमितताएं भी बरतने का आरोप लगाया गया है.
जोशीमठ सीओ प्रमोद शाह करेंगे जांचः इस मामले में जांच जोशीमठ के सीओ प्रमोद शाह को सौंपी गई है. ईटीवी भारत से बात करते हुए सीओ प्रमोद शाह ने कहा कि उनके पास एक जांच आई है. जिसमें कई तरह के विषय रखे गए हैं. फिलहाल, अभी राष्ट्रपति दौपद्री मुर्मू का दौरा प्रस्तावित है. जिसके बाद इस पूरे मामले की जांच करेंगे. फिलहाल, ये बात सही है कि जांच के आदेश के हुए हैं. जिसमें अब जांच की जाएगी.
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क्या बोले बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय? उधर, बदरी केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय की मानें तो किसी संस्था ने जांच के लिए मांग की थी. जिसके बाद जांच के आदेश हुए हैं. अब इसमें क्या कुछ है? वो इस बारे में इसलिए ज्यादा नहीं बोल सकते हैं, क्योंकि मामले की जांच पुलिस ने शुरू कर दी है. लिहाजा, हमें जांच के खत्म होने का इंतजार करना चाहिए और जो भी गलत हुआ है, उस पर कार्रवाई होनी चाहिए.
बता दें कि बदरी केदार मंदिर समिति कई वजहों से सुर्खियों में आ चुका है. पहले केदारनाथ और बदरीनाथ मंदिर परिसर में क्यू आर कोड लगाने, फिर सोने की परत का मामला, गर्भगृह में तस्वीर पर रोक के बावजूद फोटो वायरल आदि की वजह से बदरी केदार मंदिर समिति पर सवाल उठ रहे हैं. अब वित्तीय अनियमितता का मामला सामने आने के बाद बीकेटीसी में हड़कंप मचा हुआ है.