नई दिल्ली: जमीन के बदले नौकरी (लैंड फॉर जॉब) घोटाला मामले में सोमवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की बेटी राज्यसभा सांसद मीसा भारती राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश हुईं. पेशी के दौरान सीबीआई ने मामले में सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल करने के लिए कोर्ट से समय मांगा. कोर्ट ने सीबीआई को मामले में तेजी लाने का निर्देश देते हुए सुनवाई एक जून तक के लिए स्थगित कर दी.
बता दें कि लैंड फॉर जॉब मामले में राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटी मीसा भारती भी आरोपित हैं. 29 मार्च को सुनवाई के दौरान तीनों लोग राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश हुए थे. इस दौरान मामले में अगली सुनवाई के लिए विशेष सीबीआई कोर्ट ने आठ मई की तारीख दी थी. इससे पहले लालू यादव, राबड़ी और मीसा भारती को कोर्ट ने 15 मार्च को 50 हजार रुपये के निजी मुचलके पर जमानत दे दी थी.
इसके पहले छह मार्च को सीबीआई की टीम ने लालू यादव के पटना अवास पर राबड़ी देवी से पूछताछ की थी. जिसके बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 10 मार्च को मामले में लालू प्रसाद यादव के परिवार के सदस्य और रिश्तेदारों के घर पर छापेमारी की थी. ईडी ने लैंड फॉर जॉब स्कैम मामले में 24 ठिकानों पर छापा मारा था. छापेमारी में ईडी ने एक करोड़ रुपये नकद, डेढ़ किलो से ज्यादा के सोने के आभूषण, 540 ग्राम सोना, अमेरिकी डॉलर समेत कई चीजें बरामद की थीं.
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बता दें कि लैंड फॉर जॉब घोटाला मामला वर्ष 2004 से 2009 तक यूपीए वन सरकार में लालू यादव के रेल मंत्री रहने के समय का है. लालू यादव और उनके परिवार के सदस्यों पर उस समय रेलवे में नौकरी देने के बदले जमीन लेने के आरोप लगे हैं. जिनमें बिहार के उपमुख्यमंत्री और लालू के छोटे बेटे तेजस्वी यादव का नाम भी शामिल है. इसके अलावा लालू परिवार के कुल सात सदस्य इस मामले में आरोपित हैं, जिनसे सीबीआई और ईडी कई दौर की पूछताछ कर चुकी है. अभी 25 मार्च को ही लैंड फॉर जॉब मामले में तेजस्वी यादव को सीबीआई ने और राज्यसभा सांसद मीसा भारती को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अपने ऑफिस में पूछताछ के लिए बुलाया था. दोपहर तक चली पूछताछ के बाद दोनों एजेंसियों ने तेजस्वी यादव और मीसा भारती को वापस भेज दिया था.