अमरावती : सीबीआई ने स्पष्ट किया है कि कडप्पा के सांसद वाईएस अविनाश रेड्डी और उनके पिता भास्कर रेड्डी ने एपी के पूर्व मंत्री वाईएस विवेकानंद रेड्डी की हत्या की साजिश रची थी. आरोपपत्र में हत्या की साजिश रचने और हत्या के बाद सबूत नष्ट करने समेत कई जानकारियों का जिक्र किया गया है.
वाईएस विवेका हत्याकांड में सीएम जगन की बहन वाईएस शर्मिला (YS Sharmila) को 259वें गवाह के रूप में नामित किया गया है. शर्मिला ने पिछले साल 7 अक्टूबर को दिल्ली में सीबीआई को बयान दिया था. सीबीआई को दिए अपने बयान में शर्मिला ने खुलासा किया कि उनके पास कोई सबूत नहीं है लेकिन हत्या राजनीतिक कारणों से की गई थी.
शर्मिला ने सीबीआई को बताया कि हत्या पारिवारिक या आर्थिक कारणों से नहीं हुई थी, बल्कि इसके पीछे कोई मजबूत वजह थी. अविनाश के परिवार के खिलाफ विवेका का रुख उनकी हत्या का कारण हो सकता है. शायद उन्हें यह बात ध्यान में रही होगी कि वे राजनीतिक तौर पर उनका रास्ता रोक रहे हैं.
शर्मिला ने कहा कि हत्या से कुछ महीने पहले, विवेका बेंगलुरु में उनके घर आए और उनसे कडप्पा सांसद के रूप में चुनाव लड़ने के लिए कहा. शर्मिला ने गवाही दी कि विवेका ने उनसे कहा था कि वह चाहते हैं कि अविनाश सांसद का चुनाव न लड़ें.
साथ में गवाही दी कि उन्होंने कहा कि उन्हें जगन को समझाना चाहिए कि वह अविनाश को एमपी का टिकट न दें. शर्मिला ने सीबीआई को बताया कि विवेका ने सोचा था कि वह जगन के खिलाफ नहीं जाएंगी, लेकिन उन्होंने आत्मविश्वास से कहा कि वह जगन को जरूर मना सकती हैं.
शर्मिला ने कहा कि वह सांसद का चुनाव लड़ने के लिए इसलिए राजी नहीं हुईं क्योंकि उन्हें पता था कि जगन उनका समर्थन नहीं करेंगे. हालांकि, जब सीबीआई ने पूछा कि विवेका सांसद के रूप में चुनाव क्यों नहीं लड़ना चाहते थे, उन्होंने आप पर दबाव क्यों डाला?
शर्मिला ने कहा कि विवेका के वाईएस विजयम्मा (जगन की मां) के खिलाफ चुनाव लड़ने के बाद उनके बीच कुछ दूरी आ गई थी और इस वजह से विवेका को लगा कि शायद उन्हें कोई टिकट नहीं मिलेगा. शर्मिला ने कहा कि विवेका की एमएलसी हार का कारण करीबी दोस्त हैं.
जहां तक वह जानती हैं, इसकी वजह अविनाश, भास्कर रेड्डी और कुछ करीबी रिश्तेदार हैं. आख़िरकार उन्होंने यह स्पष्ट किया. उन्होंने कहा, यह स्पष्ट है कि भले ही परिवार में सब कुछ ठीक लग रहा हो, लेकिन अंदर ही अंदर एक शीतयुद्ध चल रहा था.