नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस डीसीपी (IFSO) केपीएस मल्होत्रा (Delhi Police DCP (IFSO) KPS Malhotra) ने बताया कि आरोपी नीरज ने खुलासा किया है कि वह आभासी दुनिया में मुंबई पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए लोगों के संपर्क में था.
बुली बाई ऐप केस आरोपी नीरज ने खुलासा किया (Accused Neeraj disclosed) कि उसने गुरुमुखी लिपि को इसलिए चुना क्योंकि उसे देवनागरी लिपि की तुलना में यह अधिक प्रभावशाली लगी. आईएफएसओ ने कहा कि इसने दो बार खुद को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की और आत्महत्या करने की धमकी भी दी. हालांकि उसका पूरा ख्याल रखा जा रहा है.
आईएफएसओ ने बताया कि बुली बाई ऐप केस आरोपी नीरज (Bulli Bai app case Accused Niraj) ने यह भी खुलासा किया था कि वह ट्वीटर हैंडल सुलिडील्स के निर्माता के भी संपर्क में था, जिसने गिटहब पर सुली डील ऐप बनाया था और उसने इसका प्रचार भी किया था.
दिल्ली पुलिस डीसीपी केपीएस मल्होत्रा ने बताया कि बुली बाई ऐप केस आरोपी नीरज ने खुलासा किया है कि वह मुंबई पुलिस द्वारा गिरफ्तार की गई लड़की श्वेता के ट्वीटर अकाउंट का इस्तेमाल कर रहा था.
क्या है बुली बाई
बुली बाई ऐप गूगल प्ले स्टोर या ऐप स्टोर पर नहीं मिलता. यह गिटहब (Github) नाम के प्लेटफॉर्म पर मौजूद है. आसान शब्दों में कहें तो यहां मुस्लिम महिलाओं की बोली लगाई जा रही थी. जब आप इस ऐप को ओपन करते हैं तो स्क्रीन पर मुस्लिम महिलाओं का चेहरा नजर आता है, जिसे बुली बाई नाम दिया गया है. इसमें उन मुस्लिम महिलाओं का नाम यूज किया जा रहा है जो सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं.
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इन मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरों को प्राइसटैग के साथ साझा किया गया है. बुली बाई नाम के एक ट्विटर (Twitter) हैंडल से इसे प्रमोट भी किया जा रहा था. इस हैंडल पर मुस्लिम महिलाओं को बुक करने की भी बात लिखी गई थी. हालांकि भारत सरकार के दखल के बाद अब इस ऐप और इस ट्विटर हैंडल को हटा दिया गया है.