नई दिल्ली : तृणमूल कांग्रेस के एक विधायक ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) पर तलाशी करने की आड़ में महिलाओं को अनुचित तरीके से छूने का मंगलवार को आरोप लगाया. उनके आरोप को खारिज करते हुए बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसे निराधार बताया.
बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र बढ़ाने के केंद्र के कदम के विरोध में एक प्रस्ताव पर पश्चिम बंगाल विधानसभा में चर्चा के दौरान तृणमूल कांग्रेस विधायक उदयन गुहा ने कहा, हमने देखा है कि बीएसएफ किस तरह के अत्याचार लोगों पर करता है. एक बच्ची, जिसने देखा है कि उसकी मां को तलाशी की आड़ में अनुचित तरीके से छुआ जाता है, जब वह खेत से लौटेगी तब वह कभी देशभक्त नहीं रह सकती, फिर चाहे आप उनके सामने कितनी ही बार 'भारत माता की जय' के नारे क्यों नहीं लगा लें. ये घटनाएं असामाजिक तत्वों को जन्म देती है .
बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अर्धसैनिक संगठन एक पेशेवर बल है और उसने हमेशा नियमों का पालन करते हुए अपने कर्तव्यों का पालन किया है. उन्होंने कहा, महिलाओं की तलाशी बीएसएफ महिला प्रहरी लेती हैं.
उन्होंने कहा, बीएसएफ कर्मियों द्वारा महिलाओं को गलत तरीके से छूने के आरोप पूरी तरह से निराधार हैं.
बल के एक अन्य अधिकारी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में स्थित बीएसएफ 'फ्रंटियर' इस विवाद पर विस्तृत बयान जारी कर सकता है.
बीएसएफ पर 4,096 किलोमीटर लंबी भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा की रक्षा का जिम्मा है और इसके तहत बल को पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती इलाकों में बड़े पैमाने पर तैनात किया गया है.
पढ़ें :- BSF Jurisdiction : केंद्र सरकार की पहल के खिलाफ पश्चिम बंगाल विस में प्रस्ताव पारित
पश्चिम बंगाल विधानसभा में की गई गुहा की टिप्पणी पर भारतीय जनता पार्टी ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे सुरक्षा बलों का अपमान बताया.
बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र बढ़ाने के केंद्र के कदम के विरोध में एक प्रस्ताव पर विधानसभा में चर्चा के दौरान गुहा ने सीमावर्ती क्षेत्रों में रह रहे लोगों पर अत्याचार करने की बीएसएफ को पूरी छूट मिलने की बात कही.
इस पर भाजपा विधायकों ने उनकी टिप्पणी सदन की कार्यवाही के रिकार्ड से हटाने की मांग की, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी ने ऐसा करने से इनकार कर दिया.
गुहा ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि वह उन्होंने महज 'सच बोला है.'
उनके बयान की निंदा करते हुए भाजपा विधायक श्रीरूपा मित्रा चौधरी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस विधायक की टिप्पणी पूरी तरह से अस्वीकार्य और अवांछित है.
उन्होंने कहा, 'इस तरह की टिप्पणी न सिर्फ अस्वीकार्य है बल्कि हमारे सुरक्षा बलों का अपमान भी है. सुरक्षा बल हमारे राष्ट्र का गौरव हैं. ये टिप्पणियां तृणमूल कांग्रेस विधायक की मानसिकता को प्रदर्शित करती है.'