उत्तरकाशी: हर्षिल-छितकुल (harsil chitkul) के लखमापास (lakhma pass) से रेस्क्यू टीम ने 2 और लोगों के शव हिमाचल प्रदेश के बॉर्डर से बरामद कर लिए हैं. ऐसे में अब आईटीबीपी की रेस्क्यू टीम शवों को सांगला लेकर आ रही है. जिसके बाद शव उत्तरकाशी लाए जाएंगे. वहीं, 12 हजार फीट से अधिक ऊंचाई पर मौसम खराब होने के कारण रेस्क्यू रोका गया है. मौसम खुलते ही रेस्क्यू अभियान दोबारा शुरू कर दिया जाएगा.
डीएम मयूर दीक्षित ने बताया कि हर्षिल-छितकुल के लखमा पास के समीप लापता 11 ट्रैकर्स में से दो लोगों को जिंदा रेस्कयू कर लिया गया था. साथ ही 5 ट्रैकरों के शवों को शुक्रवार को रेस्क्यू कर हर्षिल लाया गया था. शवों को पोस्टमाटर्म के लिए जिला अस्पताल लाए गए हैं. वहीं, आज 2 लोगों के शव हिमाचल प्रदेश बॉर्डर पर आईटीबीपी की टीम ने बरामद कर लिये हैं. वहीं, अभी भी दो लोग लापता हैं.
मयूर दीक्षित ने बताया कि आईटीबीपी की टीम उन दोनों शवों को अपने कैंप में ला रही है. उसके बाद उन्हें उत्तरकाशी लेने की कार्रवाई की जाएगी. उत्तरकाशी की ओर से चल रहे सेना सहित एसडीआरएफ और हेली रेस्क्यू को फिलहाल 12 हजार फीट से अधिक ऊंचाई पर मौसम खराब होने के कारण रोका गया है. मौसम साफ होते ही लापता लोगों की खोज के लिए दोबारा रेस्क्यू शुरू किया जाएगा.
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आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार आईटीबीपी को मिले शव उपेंद्र सिंह (37) निवासी पुरोला और रिचर्ड मंडल (30) निवासी कोलकाता के बताए जा रहे हैं. साथ ही ज्ञानचंद (33) निवासी पुरोला, सुकेन मांझी (43) निवासी कोलकाता अभी भी लापता हैं.
गौर हो कि बीते 14 अक्टूबर को दिल्ली और कोलकाता के 8 ट्रैकर्स के साथ 17 सदस्यीय दल हर्षिल-छितकुल के लखमा पास के लिए रवाना हुआ था. दल के लखमा पास पार करने के बाद टीम के 6 पोर्टर बीती मंगलवार को हिमाचल प्रदेश की ओर ITBP कैम्प पहुंच गए थे लेकिन 8 ट्रैकर्स सहित अन्य 3 लोग भारी बर्फबारी के चलते लापता हो गए थे. स्थानीय ट्रैकिंग एजेंसी ने घटना की सूचना बुधवार (20 अक्टूबर) को जिला आपदा प्रबंधन विभाग की दी थी. सूचना के आधार पर एक हेलीकॉप्टर सहित SDRF की टीम ट्रैकर्स के खोज-बचाव के लिए मौके के लिए रवाना हुई थी.