नई दिल्ली : लोक सभा चुनाव की तैयारियों में जुटी भाजपा ने अब देश के ग्रामीण इलाकों में पार्टी के जनाधार को मजबूत करने के लिए देशभर के जिला पंचायत एवं एडीसी अध्यक्षों, उपाध्यक्षों और सदस्यों को प्रशिक्षण देने की योजना बनाई है ताकि ये पार्टी की रणनीति के अनुसार मोदी सरकार के कार्यकाल की उपलब्धियों को लेकर सही तरीके से जन-जन तक जाकर अपनी बात रख सकें.
भाजपा के सूत्रों के मुताबिक, पार्टी ने इस कार्यक्रम को दो भागों में बांटा है. पहले वर्ग में देशभर के जिला पंचायतों एवं एडीसी के उन अध्यक्षों और उपाध्यक्षों को रखा गया है, जो भाजपा से जुड़े हैं या भाजपा समर्थित उम्मीदवार के तौर पर जीते हैं. इसके लिए देशभर के राज्यों को भी तीन वर्ग में बांटा गया है, जिनके अभ्यास वर्ग के सम्मलेन का आयोजन अलग-अलग तीन राज्यों- हरियाणा, गुजरात और पश्चिम बंगाल में किया जाएगा.
हरियाणा में हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और राजस्थान से जुड़े जिला पंचायतों एवं एडीसी के अध्यक्षों और उपाध्यक्षों को प्रशिक्षण दिया जाएगा. गुजरात में गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और दमन-दीव एवं दादरा-नगर हवेली से जुड़े जिला पंचायतों एवं एडीसी के अध्यक्षों और उपाध्यक्षों को प्रशिक्षण दिया जाएगा.
पार्टी इस कार्यक्रम के लिए बनाए गए अपने तीसरे सेंटर पश्चिम बंगाल में पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, असम, अरूणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, मिजोरम और अंडमान निकोबार से जुड़े जिला पंचायतों एवं एडीसी के अध्यक्षों और उपाध्यक्षों को प्रशिक्षण देगी.
इन दो दिवसीय सम्मेलनों में भाजपा और भाजपा समर्थित अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने को कहा गया है. सुशासन, गरीब कल्याण, जिला पंचायत और एडीसी की अन्य पहलुओं की एक संक्षिप्त रिपोर्ट तैयार करने के लिए राज्यों द्वारा सभी अध्यक्षों और उपाध्यक्षों को सूचित करने का निर्देश भी पार्टी की तरफ से दिया गया है.
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और पार्टी के सुशासन विभाग को संभालने वाले पार्टी के वरिष्ठ नेता विनय सहस्रबुद्धे को इन आयोजनों के समन्वय की जिम्मेदारी दी गई है.
कार्यक्रम के दूसरे वर्ग में भाजपा ने देश भर के जिला पंचायत और एडीसी सदस्यों को शामिल किया है. पार्टी ने जिला पंचायत- एडीसी के सदस्यों के लिए अभ्यास वर्ग यानी प्रशिक्षण की व्यवस्था राज्य या क्षेत्रीय स्तर पर ही आयोजित करने का निर्देश दिया है.
पार्टी ने साथ ही यह भी कहा है कि यह अभ्यास वर्ग इस प्रकार आयोजित किया जाना चाहिए कि अपेक्षित प्रतिनिधियों की संख्या 150 से अधिक न हो. यह ट्रेनिंग कार्यक्रम 24 घंटे का होगा, जिसमें रात्रि प्रवास अनिवार्य होगा. प्रदेश नेतृत्व, केंद्रीय मंत्री, राज्य आरडीपीआर-पंचायत राज मंत्री, अनुभवी विधायक, सेवानिवृत्त आरडीपीआर और पंचायती राज अधिकारियों को विभिन्न सत्रों के लिए बुलाने को कहा गया है.
इस कार्यक्रम की व्यवस्था सरल एवं पर्यावरण के अनुकूल बनाने और सभी सत्र समयबद्ध तरीके से आयोजित करने का निर्देश भी पार्टी आलाकमान ने सभी प्रदेशों को दिया है. पार्टी की योजना इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को 15 अगस्त, 2023 से पहले पूरा करने की है. पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत गौतम और राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की टोली को राष्ट्रीय प्रशिक्षण विभाग के साथ इन वर्गों का समन्वय करने की जिम्मेदारी दी गई है.
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(आईएएनएस)