चेन्नई: बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने चेन्नई एयरपोर्ट पर मीडिया को संबोधित किया. उन्होंने कहा, “कांग्रेसियों को सामान्य नागरिक संहिता से कोई मतलब नहीं है. सरदार पटेल, जवाहरलाल नेहरू और कांग्रेस पार्टी के अन्य लोग लंबे समय से सामान्य नागरिक संहिता के खिलाफ थे. विवाह में उचित और औपचारिकता होनी चाहिए, चाहे वह किसी भी धर्म का हो.
हमारे देश में महिला और पुरुष दोनों बराबर हैं. इसलिए कोई चार पत्नियाँ नहीं रख सकता. इसलिए सामान्य नागरिक कानून आना चाहिए. कांग्रेस को जो कहना है कहने दो, पर इसे उचित समय पर लाया जाएगा. कर्नाटक में कांग्रेस की जीत से पता चलता है कि प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता कम हो रही है. प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं कि यह कहो और यह मत कहो जबकि भारत एक लोकतांत्रिक देश है. कोई भी किसी की आलोचना कर सकता है.
द्रमुक के दो साल के कार्यकाल में वे लोगों को प्रगति के रास्ते पर नहीं ले जाना चाहते थे. वे गोरे लोगों द्वारा सौंपे गए इतिहास को दोहरा रहे हैं. वे मंदिरों की सारी सुविधाएं नष्ट कर रहे हैं.' यह डीएमके की बौखलाहट है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि मणिपुर दंगों से पीएम को कुछ लेना देना नहीं है. प्रधानमंत्री को विदेश यात्रा में रुचि है, चुनावी वादे पूरे करने में नहीं. वह सबसे पहले मणिपुर गए होते, उन्हें अमेरिका जाने की इतनी जल्दी क्या थी? वह अमेरिका से भारत के लिए क्या लेकर आए? भाजपा 2024 में संसदीय चुनाव जीतेगी लेकिन यह कहना मुश्किल है कि मोदी प्रधानमंत्री बनेंगे या नहीं.
उन्होंने कहा कि डीएमके सिनेमा के अलावा कुछ नहीं जानती. उनकी कोई संस्कृति नहीं है. आगामी चुनाव में द्रमुक निश्चित रूप से हारेगी. इसके अलावा, तमिलनाडु में अन्नामलाई के विकास के बारे में सवाल पर, उन्होंने पूछा अन्नामलाई कौन हैं और क्या तमिलनाडु में भाजपा का अस्तित्व है? उन्होंने आलोचना करते हुए कहा कि मैंने बीजेपी को तमिलनाडु में कभी नहीं देखा.
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