रामनगर: कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के कालागढ़ (Corbett Tiger Reserve Kalagarh) में हाथी के बच्चे सावन का 5वां जन्मदिन (Hathi Sawan birthday in Corbett) हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक (Corbett Tiger Reserve Director) डॉ. धीरज पांडे ने बताया कि सावन कर्नाटक से लाई गई हथिनी का बच्चा है. उन्होंने बताया कि कर्नाटक से कई साल पहले नौ हाथी व हथिनियों को लाया गया था. सावन हाथी बेहद ही मिलनसार व तेज बुद्धि का है. उसकी देखरेख में कई कर्मचारी व डॉक्टरों की टीमों को लगाया गया है.
धीरज पांडे ने बताया कि सावन का जन्मदिन (elephant sawan birthday) हर साल मनाया जाता है. उसके जन्मदिन पर केले, गन्ने खिलाए गए और करीब 15 किलो का केक काटा गया है. अफसर व कर्मचारियों ने हैप्पी बर्थडे सावन कहकर केक काटा. इस दौरान रंग-बिरंगे गुब्बारों और लड़ियों से पंडाल सजाया गया था. उन्होंने बताया कि एक हथिनी खुशी भी कालागढ़ में ही है. उसका जन्म दिन भी मनाया जाएगा. बताया कि सावन हथिनी कंचंभा का बच्चा है और कालागढ़ हाथी कैम्प में 16 हाथियों के जरिये पार्क की सुरक्षा की जाती है. यूपी की सीमा पर गश्त भी हाथियों से होती है. इस दौरान उत्तर प्रदेश वन विभाग के चीफ केपी दुबे, डिप्टी डायरेक्टर नीरज कुमार, रेंजर राकेश कुमार भट्ट, सुनील कुमार, इंद्र मोहन, राजकुमार, रवि कुमार, सचिन कुमार, साईम अंसारी, अकमल सैफी आदि शामिल रहे.
वन्यजीवों के लिए विख्यात: कॉर्बेट नेशनल पार्क असीम प्राकृतिक सौंदर्य व वन्यजीवों के लिए विश्व विख्यात है. कॉर्बेट पार्क स्वछंद विचरण करते बाघों, चिंघाड़ते हाथी, कुलांचे मारते हिरणों के झुंड, नृत्य करते मयूर तथा विभिन्न प्रजाति के पशु-पक्षियों के लिए मशहूर है. प्रसिद्ध कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में बाघों के लिए प्रकृति ने अपनी विविधता लुटा रखी है. जिसका नजदीक से दीदार करने के लिए हर साल सैलानी खिंचे चले आते हैं. कॉर्बेट नेशनल पार्क में हाथी, सांभर, चीतल, हिरण, भालू, नीलगाय और घुरड़ समेत कई वन्यजीव मौजूद हैं. वन्यजीव प्रेमियों को सबसे ज्यादा इंतजार उस पल का होता है, जब पार्क में वह किसी वन्यजीव को नजदीकी से देख सकें.
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कॉर्बेट के बारे जानकारी: 8 अगस्त 1936 को कॉर्बेट पार्क को हेली नेशनल पार्क नाम दिया गया था. 1955 में हेली नेशनल पार्क को रामगंगा नेशनल पार्क का नाम मिला. 1957 में प्रसिद्ध दार्शनिक व शिकारी जेम्स एडवर्ड जिम कॉर्बेट के नाम पर इसका नाम कॉर्बेट नेशनल पार्क रखा गया था.