शिमला : देशभर में गर्मी अपना सितम ढाह रही है, तो वहीं पहाड़ों की रानी शिमला में अंबर झमाझम बरस रहा है. लोगों को जून का महीना भी दिसंबर लग रहा है. इस बार मौसम ने जेष्ठ महीने में भी गर्म कपड़े अलमारी में रखने का मौका नहीं दिया है. लोग गर्म कपड़े पहनने को मजबूर हैं. बेशक जून महीने में ऐसी ठंड लंबे अरसे बाद देखने को मिल रही है, लेकिन लगातार हो रही बारिश और ओलावृष्टि लोगों के लिए परेशानी का सबब बनती जा रही है.
अप्रैल और मई महीने में शिमला में जहां तापमान 28 डिग्री के ऊपर पहुंचता था. वहीं, इस बार सिर्फ मई में एक ही दिन में शिमला का तापमना 28. 4 डिग्री रिकॉर्ड किया गया है, जबकि अन्य दिनों में तापमान सामान्य से कम रिकॉर्ड हो रहा है. शिमला और इसके ऊपरी क्षेत्रों में अगर तापमान की बात की जाए तो इस वक्त यहां तापमान सामान्य से 8 से 10 डिग्री नीचे चल रहा है.
पढ़े: मालदीव से 700 भारतीयों को स्वदेश लेकर लौटा आईएनएस जलाश्व
चार जून को शिमला का अधिकतम तापमान 22 डिग्री रहा है. जबकि न्यूनतम तापमान 11 डिग्री रहा. वहीं पांच जून को राजधानी शिमला में अधिकतम तापमान 21 डिग्री रहा, जबकि न्यूनतम तापमान 14 c रहा.
अमूमन इन दिनों शिमला का तापमान 28 डिग्री या इससे ऊपर भी चला जाता है, लेकिन इस बार सर्दी है कि पहाड़ों की रानी शिमला से जाने का नाम ही नहीं ले रही. इस मौसम को लेकर शिमला के स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्हें यह महसूस ही नहीं हो रहा है कि गर्मियां आई हैं. सर्दियों से लेकर अभी जून महीने तक भी स्वेटर नहीं उतर रहे हैं. गर्मी में भी उन्हें सर्दी का एहसास हो रहा है.
तापमान पर यह प्रभाव वेस्टर्न डिस्टरबेंस के ज्यादा स्ट्रॉन्ग होने से भी देखने को मिल रहा है. इसके साथ ही लॉक डाउन और कर्फ्यू की वजह से भी पर्यावरण बेहतर हुआ है. इससे मौसम में बदलाव आया है. शिमला के मौसम को लेकर यह बात कही जाती है कि शिमला के मौसम का कोई भरोसा नहीं है. कब यहां धूप खिले और अचानक से मौसम बदलकर बारिश और ओलावृष्टि शुरू हो जाए, इसका कोई अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है. अब देखना यह होगा की इस साल शिमला के लोगों को गर्मियां देखने को मिलेगी भी या नहीं.