नई दिल्ली: अमेरिका द्वारा भारत जैसे देशों को ईरान से कच्चा तेल नहीं खरीदने देने के फैसले पर कांग्रेस पार्टी ने सरकार पर हमला किया और इसे मोदी सरकार की 'कूटनीतिक और आर्थिक विफलता' बताया. पार्टी ने यह भी आरोप लगाया है कि इससे देश में ईंधन की कीमतों में और वृद्धि होगी.
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, 'अमेरिका ने फरमान जारी किया है कि मई के बाद ईरान से कच्चा तेल आयात करने पर भारत को अमेरिकी प्रतिबंधों के संबंध में दी जा रही रिहायत बंद कर दी जाएगी. इस फरमान के बाद यदि भारत ईरान से तोल की खरीद बंद करता है तो मोदी सरकार की यह सबसे बड़ी विफलता होगी.'
उन्होंने कहा कि तत्काल अमेरिका को समझाया जाना चाहिए कि उसका इस तरह का फरमान भारत के हित में नहीं है और उसके हस्तक्षेप को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. इससे देश के आर्थिक हालात खराब होने की आशंका है और पेट्रोल, डीजल तथा कैरोसीन के दाम आसमान छूने लगेंगे. कांग्रेस नेता ने कहा कि यह गंभीर मसला है और मोदी को इस संबंध में देश को विश्वास में लेना चाहिए.
उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी ने कूटनीति को व्यक्तिगत बनाया है इसलिए अमेरिका अपनी मर्जी के मुताबिक भारत को तेल खरीदने से रोकने का प्रयास कर रहा है. उन्होंने कहा कि भारत सबसे ज्यादा तेल इराक से खरीदता है. दूसरा स्थान सऊदी अरब का तथा तीसरा स्थान ईरान का है.
ईरान से तेल का आयात रुपए से किया जाता है और वह दो माह के उधार पर भारत को तेल उपलब्ध कराता है. ईरान के साथ यह समझौता डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार ने किया था.