मुंबई : शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि फरवरी में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के स्वागत के लिए अहमदाबाद में आयोजित 'नमस्ते ट्रंप' कार्यक्रम गुजरात और बाद में मुंबई व दिल्ली में कोरोना वायरस के फैलने के लिए जिम्मेदार है. राउत ने कहा कि इस कार्यक्रम में शामिल कुछ प्रतिनिधि बाद में दिल्ली और मुंबई में भी गए थे.
राउत ने कहा कि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि गुजरात में कोरोना वायरस का प्रसार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के स्वागत के लिए आयोजित विशाल जनसमूह के कारण हुआ. उन्होंने कहा कि ट्रंप के साथ आए कुछ प्रतिनिधियों ने बाद में मुंबई और दिल्ली का दौरा किया, जिससे वायरस का संक्रमण इन शहरों तक पहुंच गया. शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' में यह लेख प्रकाशित हुआ है.
शिवसेना सांसद राउत ने कहा कि उद्धव ठाकरे की अगुआई वाली एमवीए सरकार को गिराने का कोई भी कदम और महाराष्ट्र में कोरोना महामारी पर रोक लगाने में राज्य सरकार की विफलता का हवाला देते हुए राष्ट्रपति शासन लागू करना आत्महत्या करने जैसा फैसला होगा. उन्होंने कहा कि राज्य ने देखा था कि कैसे छह महीने पहले राष्ट्रपति शासन लगाया गया था और उसे हटाया गया था.
दूसरी तरफ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि कोरोना का एक केस भी नहीं छिपना चाहिए. इसके साथ ही महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में 30 जून तक लॉकडाउन बढ़ा दिया है और इसे 'मिशन बिगिन अगेन' नाम दिया है.
महाराष्ट्र में जरूरी कामों को छोड़कर पूरे राज्य में रात 9 बजे से तड़के 5 बजे तक कर्फ्यू जारी रहेगा. गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने कोरोना संक्रमण से निबटने के अगले चरण में देशभर में कई रियायतें देते हुए अनलॉक-1 का एलान किया है.
महाराष्ट्र : ठाकरे का अधिकारियों को निर्देश- कोरोना का एक भी केस न छिपाएं
ज्ञात हो कि महाराष्ट्र कोरोना वायरस महामारी से बुरी तरह प्रभावित है जहां अब तक संक्रमण के 65 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं और लगभग 2200 लोगों की मौत हो चुकी है.