नई दिल्ली : वरिष्ठ कांग्रेस नेता शशि थरूर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कोरोना वायरस के आर्थिक प्रभावों पर गहनता से विचार करने की अपील की और कुछ ऐसे उपाय सुझाए जिनके जरिए छोटे एवं मझौले उपक्रमों एवं गरीबों को सरकार राहत दे सकती है.
प्रधानमंत्री को भेजे पत्र में थरूर ने कहा कि देश इस विषाणु के विरूद्ध अपने अभियान के 'अहम चरण' में है और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद जैसे विशेषज्ञ संगठन ने कहा कि हमारा प्रयास इस विषाणु के फैलने के तीसरे चरण को रोकने पर केंद्रित होना चाहिए.
तिरुवनंतपुरम के सांसद ने कहा, 'यदि हम इस अहम चरण में व्यापक हस्तक्षेपों को लागू कर सकते हैं तो हमारा राष्ट्र इस विषाणु के विरूद्ध लड़ाई में उल्लेखनीय रूप से आगे बढ़ सकता है.'
कांग्रेस सांसद ने इस घातक विषाणु की रोकथाम के लिए कई सुझाव भी दिए. उन्होंने कहा कि कुछ सरकारों ने शिक्षण संस्थानों, सिनेमाघरों और अन्य सार्वजनिक स्थानों को बंद करने का निर्देश देकर सक्रिय कदम उठाए हैं, ऐसे में सभी गैर जरूरी कर्मियों को ,जहां भी संभव हो, स्वयं को पृथक कर लेने या घर से काम करने को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि ज्यादातर छोटे और मझौले उपक्रमों का कामकाज ठप्प पड़ गया है, वर्तमान स्थिति इन कमंपनियों में कार्यरत लोगों और स्वरोजगार वालों को प्रभावित करेगी.
उन्होंने कहा कि हम इन छोटे और मझौले उपक्रमों एवं उनके कर्मियों की मदद करते हैं, तो भी हमें अर्थव्यवस्था के असंगठित क्षेत्रों में लोगों पर ध्यान देने की जरूरत है, क्योंकि ऐसी स्थिति में उनके पास घर में रूकने की क्षमता नहीं है, उनकी रोजाना कमाई ठप्प पड़ जाएगी. ऐसे में सरकार उन्हें अस्थायी सहायता या संसाधन पैकेज की पेशकश कर सकती है.
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