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तमिलनाडु : तंजावुर एयर फोर्स स्टेशन पर तैनात किए गए 8 सुखोई-30 एमकेआई

तमिलनाडु के तंजावुर एयर फोर्स स्टेशन पर सोमवार को 8 सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमानों को तैनात किया गया. सुखोई 30 एमकेआई फाइटर जेट ब्रह्मोस से लैस है.

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सुखोई 30 एमकेआई
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Published : Jan 20, 2020, 7:14 PM IST

Updated : Feb 17, 2020, 6:29 PM IST

तंजावुर : तमिलनाडु के तंजावुर एयर फोर्स स्टेशन पर सोमवार को 8 सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमानों को स्थापित किया गया. सुखोई 30 एमकेआई फाइटर जेट ब्रह्मोस से लैस है.

इस अत्याधुनिक युद्धक विमान की यहां तैनाती से सामरिक रूप से महत्वपूर्ण हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की स्थिति मजबूत होगी. यह उन्नत लड़ाकू विमान ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलें भी ले जाने में सक्षम है.

आधुनिक तकनीकों से लैस यह विमान सभी मौसम में वृहद-भूमिका निभाने में सक्षम है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट.

एक रक्षा विज्ञप्ति के अनुसार 222 स्कवाड्रन 'टाइगरशार्क' की तैनाती से भारतीय वायुसेना की रक्षा क्षमता बढ़ेगी और सामरिक रूप से महत्वपूर्ण हिंद महासागर क्षेत्र में निगरानी सुनिश्चित हो सकेगी.
विज्ञप्ति के अनुसार सुखोई के यहां तैनात किए जाने से भारतीय द्वीप क्षेत्रों और हिंद महासागर क्षेत्र में संचार की समुद्री लाइनों की भी सुरक्षा हो सकेगी.

इस मौके पर प्रमुख रक्षा अध्यक्ष बिपिन रावत, वायुसेना अध्यक्ष राकेश कुमार सिंह भदौरिया सहित अन्य शीर्ष अधिकारी भी मौजूद रहें.

ये भी पढ़ें- भुवनेश्वर से सूरत के बीच एअर इंडिया की सीधी विमान सेवा शुरू

इस दौरान बिपिन रावत सुखोई 30 एमकेआई के स्क्वाड्रन की तैनाती के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच किसी युद्ध की आशंका को लेकर पूछे गए एक सवाल का भी जवाब दिया.

जनरल रावत ने कहा, 'सेना के सभी अंगों को किसी भी उभरती हुई चुनौती के लिए तैयार रहने का काम सौंपा जाता है. कोई परिदृश्य उत्पन्न होने का पूर्वानुमान जताना बहुत मुश्किल है. यद्यपि हम हमें दिये जाने वाले किसी भी कार्य के लिए हमेशा तैयार रहते हैं.'

तंजावुर : तमिलनाडु के तंजावुर एयर फोर्स स्टेशन पर सोमवार को 8 सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमानों को स्थापित किया गया. सुखोई 30 एमकेआई फाइटर जेट ब्रह्मोस से लैस है.

इस अत्याधुनिक युद्धक विमान की यहां तैनाती से सामरिक रूप से महत्वपूर्ण हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की स्थिति मजबूत होगी. यह उन्नत लड़ाकू विमान ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलें भी ले जाने में सक्षम है.

आधुनिक तकनीकों से लैस यह विमान सभी मौसम में वृहद-भूमिका निभाने में सक्षम है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट.

एक रक्षा विज्ञप्ति के अनुसार 222 स्कवाड्रन 'टाइगरशार्क' की तैनाती से भारतीय वायुसेना की रक्षा क्षमता बढ़ेगी और सामरिक रूप से महत्वपूर्ण हिंद महासागर क्षेत्र में निगरानी सुनिश्चित हो सकेगी.
विज्ञप्ति के अनुसार सुखोई के यहां तैनात किए जाने से भारतीय द्वीप क्षेत्रों और हिंद महासागर क्षेत्र में संचार की समुद्री लाइनों की भी सुरक्षा हो सकेगी.

इस मौके पर प्रमुख रक्षा अध्यक्ष बिपिन रावत, वायुसेना अध्यक्ष राकेश कुमार सिंह भदौरिया सहित अन्य शीर्ष अधिकारी भी मौजूद रहें.

ये भी पढ़ें- भुवनेश्वर से सूरत के बीच एअर इंडिया की सीधी विमान सेवा शुरू

इस दौरान बिपिन रावत सुखोई 30 एमकेआई के स्क्वाड्रन की तैनाती के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच किसी युद्ध की आशंका को लेकर पूछे गए एक सवाल का भी जवाब दिया.

जनरल रावत ने कहा, 'सेना के सभी अंगों को किसी भी उभरती हुई चुनौती के लिए तैयार रहने का काम सौंपा जाता है. कोई परिदृश्य उत्पन्न होने का पूर्वानुमान जताना बहुत मुश्किल है. यद्यपि हम हमें दिये जाने वाले किसी भी कार्य के लिए हमेशा तैयार रहते हैं.'

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Thanjavur Airbase gets 8 Sukhoi-30 MKI fighter jets armed with BrahMos



A small Airforce base was built in Thanjavur - Pudukkottai road during British period in 1940. During second world war emergency landing and take offs took place in this Airbase. After independence, this airbase was expanded and a passenger carrier was operated to chennai since 1988. But due to unwelcoming response from the public, the airline operation was stopped.



After ceasing its domestic airline operation, the Airbase was renovated, so that it can accommodate Sukhoi 30. In 2013, Thanjavur Airbase upgradtion project was completed and it was dedicated to the nation by Ex defense minister AK Anothy. Later, the airbase was used to train the pilots with Sukhoi 30. 



Last year March 22, BrahMos supersonic cruise missile testing was also conducted successfully in the airbase. The airbase was gradually updated and today the airbase was inducted with 8 Sukhoi-30 MKI fighter jets, which have been modified to carry BrahMos supersonic cruise missile.



Chief of Defense Staff Bipin Rawat inducted the Sukhoi-30, 222 squadron "Tigersharks," in the presence of top officials including Air Chief Marshal Rakesh Kumar Singh Bhadauria.



 The Su-30 MKI is a state-of-the-art, all-weather multi-role fighter aircraft capable of undertaking air defense, ground attack and maritime missions.


Conclusion:
Last Updated : Feb 17, 2020, 6:29 PM IST
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