नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून को लेकर दिल्ली में पूर्वोत्तर राज्य के छात्रों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया. इसमें पूर्वोत्तर छात्रों के साथ साथ कांग्रेस नेता तहसीन पूनावाला ने भी शिरकत की. इस दौरान छात्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
विरोध कर रहे इन छात्रों से ईटीवी भारत ने शुक्रवार को बात की और जानने की कोशिश की कि वह नागरिक संशोधन कानून के बारे क्या विचार रखते हैं और इसका विरोध क्यों कर रहे हैं.
विरोध प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस नेता तहसीन पूनावाला ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम मोदी ट्वीट करके बोलते हैं कि यह असम के लोगों के लिए अच्छा है.
उन्होंने कहा कि अगर पीएम मोदी को असम के लोगों की इतनी ही चिंता तो उन्हें दिल्ली छोड़कर असम जाना चाहिए.
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वहीं, प्रदर्शन में शामिल एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि हम इस सीएबी को कभी स्वीकार नहीं करेंगे. यह भारतीय संविधान के मूल सिद्धांत के खिलाफ है और यह असम समझौते की वास्तविक भावना का उल्लंघन करता है.
प्रदर्शन कर रहे एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा कि सरकार को असम आंदोलन को याद करना चाहिए, जिसने पूरे देश को हिला दिया. पड़ोसी देशों के लोगों को अनुमति देने की सरकारी पहल निश्चित रूप से हमें अल्पसंख्यक बनाएगी.
एक आंदोलनकारी ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि यह विधेयक असम के अविभाज्य लोगों को दबा देगा.