श्रीनगर : लगभग डेढ़ साल के अंतराल के बाद कश्मीर में फिर से पर्यटकों की गुनगुनाहट सुनाई दे रही है. क्योंकि देश के विभिन्न हिस्सों से हजारों लोग नए साल का जश्न मनाने के लिए घाटी आए और यहां होने वाली स्नोफॉल के गवाह बने.
2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने और फिर मार्च में कोविड -19 के चलते लगाए गए लॉकडाउन के बाद कश्मीर में डेढ़ साल तक पर्यटक नहीं आए.
हालांकि, पर्यटकों ने अब घाटी का दौरा करना शुरू कर दिया है, जिससे श्रीनगर की डल झील पर एक बार फिर पर्यटकों की भीड़ को देखा जा सकता है, चूंकि कश्मीर में नए साल की पूर्व संध्या पर बर्फबारी देखी गई, ऐसे में सफेद चादर से ढके पहाड़ों और मैदानों को देखने के लिए बड़ी तादाद में पर्यटक यहां मौजूद हैं.
डल झील के हाउसबोट मालिकों द्वारा जिनका कारोबार अनुच्छेद 370 निरस्त करने और लॉकडाउन के कारण प्रभावित हुआ था, उन्होंने श्रीनगर पहुंचे महाराष्ट्र के पर्यटकों के पहले जत्थे का स्वागत किया.
ईटीवी भारत से बात करते हुए एक हाउसबोट के मालिक याकूब धानू ने कहा कि पर्यटकों का आना और उनके व्यवसाय का फिर से शुरू होना उनके लिए ईद से कम नहीं है.
हाउसबोट के मालिक धनू ने कहा कि नए साल की पूर्व संध्या पर घाटी में पर्यटकों का वापस आना एक अच्छा संकेत है और उन्हें इस साल कश्मीर में पर्यटन के पुनरुद्धार की उम्मीद है.
उन्होंने कहा कि पिछले दो साल से हमारे कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुए हैं, लेकिन अब हम बेहद खुश हैं, क्योंकि अब यहां फिर से पर्यटक पहुंचने लगे हैं. अब हमारा कारोबार फिर से फलेगा-फूलेगा.
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वहीं दूसरी ओर एक पर्यटक कल्पना ने ईटीवी भारत को बताया कि वे प्राकृतिक सुंदरता को देखकर खुश हैं और ऐसी ठंड महाराष्ट्र में कभी देखने को नहीं मिलती. यहां बहुत खूबसूरती है, हमने कोविड-19 के मामलों में आई कमी के मद्देनजर कश्मीर आने का फैसला किया. यहां के लोगों ने गर्मजोशी के साथ हमारा स्वागत किया.
वहीं, एक अन्य पर्यटक वंदना ने कहा कि कश्मीर महिलाओं के लिए एक सुरक्षित जगह है और वह यहां आकर खुश हैं.