पटना : भाजपा प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन और बिहार के मंत्री मुकेश सहनी ने विधान परिषद के सदस्य के रूप में शपथ ली. विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने दोनों निवनिर्वाचित सदस्यों को पद और गोपनियता की शपथ दिलायी.
सीएम नीतीश सहित कई मंत्री रहेंगे मौजूद
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जल संसाध मंत्री विजय चौधरी, भवन निर्माण मंत्री के साथ-साथ कई और एनडीए के नेता इस शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए. बता दें कि दो सीटों के उपचुनाव में दोनों उम्मीदवारों को 21 जनवरी को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया था. बिहार में सत्ताधारी राजग के प्रत्याशी और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन और राजग के घटक विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी ने 18 को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था.
''पीएम नरेन्द्र मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का मैं तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूं. मैं सदन से एक दिन भी अनुपस्थित नहीं रहूंगा. बिहार की तरक्की के लिए जो भी मुद्दे उठाने होंगे उसे उठाऊंगा.''- शाहनवाज हुसैन, बीजेपी विधान पार्षद
''मैंने आज विधान परिषद के सदस्य के रूप में शपथ ली है. इसके लिए मैं एनडीए के तमाम बड़े नेताओं को धन्यवाद देता हूं. खासकर गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आभार प्रकट करता हूं. मैं बिहार की 12 करोड़ जनता के लिए हमेशा काम करता रहूंगा.''- मुकेश सहनी, विधान पार्षद, वीआईपी
निर्विरोध चुने गए थे शाहनवाज और सहनी
बिहार विधान परिषद की इन दोनों सीटों के लिए मतदान 28 जनवरी को निर्धारित किया गया था, लेकिन नामांकन के अंतिम दिन सोमवार को हुसैन और सहनी के अलावा किसी अन्य उम्मीदवार ने नामांकन दाखिल नहीं किया. नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम तिथि 21 जनवरी को दोनों को पटना प्रमंडल आयुक्त सह निर्वाचन अधिकारी संजय अग्रवाल ने निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया था.
शाहनवाज हुसैन नीतीश मंत्रिमंडल में हो सकते हैं शामिल
शाहनवाज हुसैन ने पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी द्वारा खाली की गई सीट से जबकि मुकेश सहनी पूर्व मंत्री बिनोद नारायण झा द्वारा बिहार विधानसभा के लिए निर्वाचित होने पर खाली सीट के लिए नामांकन दाखिल किया था. मंत्री मुकेश सहनी का परिषद् कार्यकाल जुलाई 2022 में खत्म होगा जबकि शाहनवाज हुसैन का कार्यकाल मई, 2024 तक है. इसके साथ ही बिहार विधान परिषद् की सदस्यों की संख्या 59 हो गई है. मुकेश सहनी पहले से ही मंत्री हैं, कयास लगाया जा रहा है कि शाहनवाज हुसैन भी नीतीश मंत्रिमंडल में शामिल होंगे.
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मंत्रिमंडल विस्तार में हो रही देरी
बीजेपी के नेता दिल्ली से पटना और पटना से दिल्ली की दौड़ तो लगा रहे हैं, लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार का मुहूर्त नहीं निकल रहा है. नीतीश कुमार ने पहले ही कह रखा है कि फैसला बीजेपी को करना है. लेकिन बीजेपी है कि फैसला ही नहीं कर पा रही है. ऐसे में बिहार मंत्रिमंडल विस्तार का मामला पिछले 2 महीने से लटका पड़ा है. जदयू और बीजेपी के जो दावेदार हैं उनका इंतजार भी लंबा होता जा रहा है.