नई दिल्ली : नागरिकता कानून को लेकर हो रहे विरोध पर गृह मंत्रालय ने अहम बैठक बुलाई थी, जिसमें मंत्रालय की रिव्यू मीटिंग में मौजूदा हालातों पर बातचीत की जानी थी. हालांकि अधिकारियों ने बताया कि वह बैठक नहीं हो सकी.
प्रदर्शनों पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा, राजनीतिक पार्टियों को लोगों को धर्म के नाम पर भड़काना नहीं चाहिए, शांति बनाए रखने के लिए राजनीतिक प्रयास किए जाने चाहिए. अगर लोग विरोध करना चाहते हैं, तो हिंसा और अफवाह न फैलाएं.
उन्होंने आगे कहा कि देश में हर जगह शांति है. आज से पहले लखनऊ में भी शांति थी, जहां आज प्रदर्शन हिंसक हो गया.
रेड्डी ने कहा, 'हिंसा या सार्वजनिक संपत्ति को नष्ट करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. हम आशा करते हैं कि 2-3 दिनों में राज्यों में हालात सामान्य हो जाएंगे.'
उन्होंने CAA के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों अपील की कि वे सड़क पर आने से पहले कानून के बारे में अध्ययन कर लें.
दिल्ली पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई पर रेड्डी ने कहा, 'जैसी कानून व्यवस्था लागू होनी चाहिए, दिल्ली पुलिस वैसी व्यवस्था लागू कर रही है. फिलहाल हमारी प्रथमिकता शांति बनाए रखने और संशोधित नागरिकता अधिनियम और एनआरसी के खिलाफ फैलाई गई अफवाहों को रोकने की है.'
गौरतलब है कि संसद में नागरिकता संशोधन विधेयक पारित होने और राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद की सहमति के बाद से पूरे देश में इसके खिलाफ प्रदर्शन जारी है.
नागरिकता संशोधन काननू के खिलाफ यह प्रदर्शन पूर्वोत्तर में शुरू होने के बाद धीरे-धीरे पूरे देश में फैल गया.
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बता दें कि पूर्वोत्तर में विरोध प्रदर्शन के दौरान पांच लोगों की जान जा चुकी है.
यह विरोध पूरे देश में तब फैल गया, जब दिल्ली के जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों के खिलाफ बल का प्रयोग किया था. इसके बाद से देश के कई हिस्सों से लोग जामिया के छात्रों के समर्थन में सड़क पर आ गए.