बेंगलुरु : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने चंद्रयान दो के प्रारंभिक डेटा की समीक्षा की है. इसरो ने ट्वीट कर बताया है कि ये चंद्रमा की पहली इल्यूमीनेटेड तस्वीरें (illuminated images) हैं.
इमेजिंग इन्फ्रारेड स्पेक्ट्रोमीटर (IIRS) को संकीर्ण और सन्निहित स्पेक्ट्रल चैनलों में चंद्रमा की सतह से प्रतिबिंबित चंद्रमा की रोशनी और उत्सर्जित भाग को मापने के लिए डिजाइन किया गया है.
इसरो ने कहा कि IIRS का प्रमुख उद्देश्य चंद्रमा के मूल और विकास को भूगर्भिक को समझना है, जो प्रतिबिंबित सौर स्पेक्ट्रम में हस्ताक्षर का उपयोग करते हुए चंद्रमा पर सतह खनिज और वाष्पशील संरचना की मैपिंग करता है.
अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि छवि उत्तरी गोलार्ध में चंद्र फार्साइड के हिस्से को कवर करती है, और कुछ प्रमुख क्रेटर - सोमरफील्ड, स्टेबिन्स और किर्कवुड को छवि में देखा जाता है. इसरो के मुताबिक ये तस्वीरें चंद्रयान दो के IIRS पे लोड से ली गई हैं. इसरो ने बताया है कि IIRS संकीर्ण और सन्निहित स्पेक्ट्रल चैनलों में चंद्रमा के सतह से परावर्तित सूर्य के प्रकाश को मापने के लिए बनाया गया है.
इस संबंध में विस्तृत जानकारी नहीं मिल सकी है.
बता दें कि विगत सात सितंबर को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से ISRO ने चंद्रयान दो परियोजना के माध्यम से चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पर लैंडर विक्रम को उतारने का प्रयास किया था. हालांकि, अंतिम पलों में लैंडर विक्रम से संपर्क टूट जाने के कारण सॉफ्ट लैंडिंग नहीं कराई जा सकी.
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इसके बाद इसरो प्रमुख के सिवन ने कहा था कि चंद्रयान दो परियोजना 98 फीसदी सफल रही है.
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