पटना: वैशाली हत्याकांड की जांच के लिए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी महनार के नेतृत्व में विशेष अनुसंधान दल (एसआईटी) का गठन किया गया है. बता दें, पुलिस मुख्यालय ने इस कांड में फरार अभियुक्त की गिरफ्तारी और संभावित बिंदुओं पर विस्तार से जानकारी दी है.
सब इंस्पेक्टर और ओपी अध्यक्ष निलंबित
हत्याकांड को लेकर पुलिस मुख्यालय ने जानकारी दी कि प्रारंभिक जांच में लापरवाही और स्थिरता बरती गई है. पुलिस अवर निरीक्षक विष्णु देव दुबे और ओपी अध्यक्ष चांदपुर को निलंबित कर दिया गया है. इसके साथ ही कांड का अनुसरण बिहार पुलिस मुख्यालय के माध्यम से किया जा रहा है.
विरोध करने पर जिंदा जलाया
पुलिस मुख्यालय से दी गई जानकारी के मुताबिक घटना 30 अक्टूबर को देसरी थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम रसूलपुर हबीब में घटित हुई. 20 वर्षीय लड़की कचरा फेंकने जा रही थी तभी तीन ग्रामीणों ने उसे गलत नीयत से पकड़ लिया. जिसका विरोध करने पर तीनों ने मिलकर केरोसीन तेल डालकर उसे आग के हवाले कर दिया. इस संबंध में पीड़िता के बयान के आधार पर सतीश कुमार राय, विजय कुमार, चंदन कुमार के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है. वहीं, पीड़िता को बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच पटना भेजा गया, जहां इलाज दौरान 15 नवंबर को उसकी मृत्यु हो गई थी.
दो आरोपी गिरफ्तार, एक अब तक फरार
इस घटना के प्राथमिक अभियुक्त चंदन कुमार विजय राय को 17 नवंबर को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. नामजद मुख्य अभियुक्त सतीश कुमार राय ने सरेंडर कर दिया है. इसके साथ ही अन्य अभियुक्त विजय राय फरार चल रहा है.
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वैशाली कांड को लेकर सरकार की नीति और नीयत पर लगातार सवाल उठ रहा है. भाकमा माले के अलावा कई संगठन प्रदर्शन कर रहे हैं और दोषियों को जल्द से जल्द सजा देने की मांग कर रहे हैं. इस वजह से पुलिस मुख्यालय को सामने आकर सफाई देनी पड़ रही है.