नई दिल्लीःप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वैश्विक अर्थव्यवस्था में हिस्सेदारी बढ़ाने के लिये निर्यात में सुधार लाने पर जोर दिया. साथ ही उन्होंने उत्पादन बढ़ाने और निवेश प्रोत्साहित करने के लिये सभी बाधाएं दूर करने का आश्वासन दिया.
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हमारे उत्पादों का मूल्य वर्द्धन हो, दुनिया का कोई कोना ऐसा न हो जहां हमारे उत्पाद निर्यात के रूप में न पहुंचें, ऐसी सोच और लक्ष्य से हमारी आमदनी बढ़ेगी' उल्लेखनीय है कि दुनिया भर में हो रहे वस्तु निर्यात में भारत की हिस्सेदारी फिलहाल केवल 1.7 प्रतिशत है.
निर्यात के अलावा उन्होंने ‘मेक इन इंडिया’ पर जोर देते हुए कहा कि हमारी प्राथमिकता देश में बने उत्पाद होने चाहिए, ग्रामीण अर्थव्यवस्था और एमएसएमई क्षेत्र में सुधार के लिये स्थानीय उत्पादों के उपयोग के बारे में हमें सोचने की जरूरत है.
मोदी ने लोगों से आह्वान करते हुए कहा, ‘ उज्ज्वल भविष्य के लिये स्थानीय उत्पादों का उपयोग करें’
प्रधानमंत्री ने उत्पादन बढ़ाने और निवेश प्रोत्साहित करने के लिये सभी बाधाएं दूर करने का आश्वासन दिया
भ्रष्टाचार और कालाधन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इन समस्याओं के कारण देश को पिछले 70 साल में काफी नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि इसके समाधान के लिये कई सराहनीय कदम उठाये गये हैं.
पढ़ेंः 73वें स्वतंत्रता दिवस पर लोगों के साथ झूमें BJP सांसद नामग्याल
मोदी ने कहा कि देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए हमें गरीबी से मुक्त होना होगा. उन्होंने कहा कि पिछले 5 वर्षों में गरीबी कम करने और गरीबों को गरीबी से बाहर लाने की दिशा में बहुत सफल प्रयास हुए हैं.