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महाराष्ट्र : गाय के पेट से निकले 35 किलो प्लास्टिक और लोहे के टुकड़े

महाराष्ट्र में नासिक जिले के पिंपलगांव में एक गाय के पेट से पशु चिकित्सकों ने 35 किलो प्लास्टिक और अन्य सामग्रियों को निकाला. इनमें प्लास्टिक का कचरा, तार के टुकड़े, दो सिक्के और पतंग के तार शामिल थे.

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Published : Jul 2, 2020, 12:29 PM IST

plastic in cows stomach
गाय के पेट में प्लास्टिक

मुंबई : महाराष्ट्र में नासिक जिले के पिंपलगांव में एक गाय के पेट से पशु चिकित्सकों ने लगभग 35 किलो प्लास्टिक और अन्य वस्तुओं को निकाला. दरअसल बीमार गाय की मेटल डिटेक्टर से जांच की गई. जांच के दौरान उसके पेट में लोहे के टुकड़े और प्लास्टिक होने का पता चला.

पशुपालक जयवंत विधाते की गाय पिछले एक हफ्ते से बीमार थी. उसे उपचार के लिए पशुधन विकास अधिकारी डॉ. अल्केश चौधरी के पास ले जाया गया. जब डॉक्टरों ने गाय के पेट की जांच करने के लिए मेटल डिटेक्टर का इस्तेमाल किया, तो उन्होंने पाया कि गाय के पेट में लोहे की वस्तुएं और प्लास्टिक हैं.

डॉ. अल्केश चौधरी, सहायक नीलेश गाइक और कुनाला धनवते सहित पशु चिकित्सकों की एक टीम ने तीन घंटे की सर्जरी करके गाय के पेट से 35 किलो प्लास्टिक और अन्य सामग्रियों को निकाला. इनमें प्लास्टिक का कचरा, तार के टुकड़े, दो सिक्के और पतंग के तार शामिल थे.

पढ़ें :- महाराष्ट्र : सिद्धार्थ चिड़ियाघर में छह वर्षीय बाघिन की मौत

डॉ. चौधरी ने कहा कि प्लास्टिक सिर्फ जानवर नहीं बल्कि पर्यावरण के लिए भी खतरनाक है. पशु घास खाते समय प्लास्टिक बैग भी खा लेते हैं. यह उनके पाचन तंत्र को प्रभावित करते हैं. इससे पशुओं में गर्भधारण, दूध की कमी और कभी-कभी मौत का खतरा बढ़ जाता है.

मुंबई : महाराष्ट्र में नासिक जिले के पिंपलगांव में एक गाय के पेट से पशु चिकित्सकों ने लगभग 35 किलो प्लास्टिक और अन्य वस्तुओं को निकाला. दरअसल बीमार गाय की मेटल डिटेक्टर से जांच की गई. जांच के दौरान उसके पेट में लोहे के टुकड़े और प्लास्टिक होने का पता चला.

पशुपालक जयवंत विधाते की गाय पिछले एक हफ्ते से बीमार थी. उसे उपचार के लिए पशुधन विकास अधिकारी डॉ. अल्केश चौधरी के पास ले जाया गया. जब डॉक्टरों ने गाय के पेट की जांच करने के लिए मेटल डिटेक्टर का इस्तेमाल किया, तो उन्होंने पाया कि गाय के पेट में लोहे की वस्तुएं और प्लास्टिक हैं.

डॉ. अल्केश चौधरी, सहायक नीलेश गाइक और कुनाला धनवते सहित पशु चिकित्सकों की एक टीम ने तीन घंटे की सर्जरी करके गाय के पेट से 35 किलो प्लास्टिक और अन्य सामग्रियों को निकाला. इनमें प्लास्टिक का कचरा, तार के टुकड़े, दो सिक्के और पतंग के तार शामिल थे.

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डॉ. चौधरी ने कहा कि प्लास्टिक सिर्फ जानवर नहीं बल्कि पर्यावरण के लिए भी खतरनाक है. पशु घास खाते समय प्लास्टिक बैग भी खा लेते हैं. यह उनके पाचन तंत्र को प्रभावित करते हैं. इससे पशुओं में गर्भधारण, दूध की कमी और कभी-कभी मौत का खतरा बढ़ जाता है.

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