अंकारा (तुर्की): तुर्की के राष्ट्रपति रिकैप तैय्यप इरोडगन के वरिष्ठ सलाहकार इब्राहिम कालिन अपने भारत दौरे पर हैं. उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच पुलवामा हमले के बाद से बढ़ते तनाव पर संवेदनाएं व्यक्त करते हुए दावा किया कि, शांति सिर्फ दोनो देशों के लिए ही नहीं बल्कि तुर्की के लिए भी जरूरी है.
सलाहकार ने पुलवामा हमले की निन्दा करते हुए कहा कि हमारे देश के राष्ट्रपति ने दोनों देश के प्रधानमंत्रियों से बात की.
उन्होंने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा कि दोनों देशों में शांति सिर्फ बातचीत से ही संभव है.
कालिन ने राष्ट्रपति के सलाहकारों, विद्वानों व पत्रकारों की एक सभा को संबोधित किया और दोनों देशों के बीच के संबंधों की प्रशंसा की. उन्होंने दावा किया कि, 2017 में राष्ट्रपति इडोगरन की भारत यात्रा, दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 5 से 8 मिलियन डॉलर अधिक हो गया है.
हालांकि उन्होंने कहा कि तुर्की अब और अधिक निवेश करके भारत का ट्रेड पार्टनर बनने का इच्छुक है.
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उन्होंने दावा किया कि दोनों देश मिल कर अच्छा लक्ष्य हासिल कर सकते हैं.
बता दें हाल ही में अमेरिका द्वारा ईरान से तेल आयात करने वाले देशों की छूट समाप्त कर दी है जिसपर अपनी राय रखते हुए राष्ट्रपति इडोगरन के सलाहकार ने दावा किया कि ईरान पर उसी दृष्टिकोण का दावा करना गलत है. ईरान के लिए प्रतिबंध कोई नई बात नहीं है, वे 1979 से ही प्रतिबंधों का सामना कर रहे हैं, जिसकी वजह से वे इसके आदी हो चुके हैं.
उन्होंने आगे कहा कि बातचीत से ही समाधान संभव है.