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PAK में हाफिज सईद के जमात उद दावा और फलाह ए इंसानियत समेत 70 संस्थाओं पर प्रतिबंध

जमात-उद-दावा और फलाह-ए-इंसानियत को पाकिस्तान ने आखिरकार बैन कर दिया है. दोनों ही संगठनों का सर्गना हाफिज सईद था.

हाफिज सईद
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Published : Mar 6, 2019, 3:53 PM IST

इस्लामाबाद: पाकिस्तान सरकार ने हाफिज सईद के संगठन जमात-उद-दावा को बैन कर दिया है. इसके सहयोगी संगठन फलाह-ए-इंसानियत को भी बैन किया गया है. हाफिज सईद 26/11 मुंबई आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड है.

बता दें कि इससे एक दिन पूर्व ही मीडिया रिपोर्ट्स में ये सामने आया था कि ये आतंकी संगठन अब तक सिर्फ वॉचलिस्ट में ही हैं.

पाकिस्तान के आंतरिक मामलों के मंत्रालय ने आतंकवाद विरोधी अधिनियम-1997 के तहत इन संगठनों को बैन किया है. बीते सोमवार तक ये संगठन NCTA की वेबसाइट पर निगरानी संगठनों की सूची में रखे गए थे. निगरानी संगठनों की सूची में 70 संगठन शामिल हैं. इसके बाद मंगलवार को इन्हें प्रतिबंधित संगठनों की सूची में डाला गया.

इससे पहले पाकिस्तान आतंकी मसूद अजहर के भाई और बेटे समेत 44 लोगों को हिरासत में ले चुका है.

सूची के नीचे एक नोट है, जिसमें लिखा है, 'इस सूची को 05 मार्च, 2019 तक अद्यतन किया गया है और NACTA द्वारा तैयार किया गया है. यह आंतरिक मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचनाओं के आधार पर तैयार किया गया है.'

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भारतीय मीडिया द्वारा रिपोर्ट किए जाने के एक दिन बाद यह घटनाक्रम सामने आया है कि दोनों संगठन केवल वॉचलिस्ट में हैं.

21 फरवरी को पाकिस्तान सरकार ने घोषणा की थी कि 14 फरवरी के पुलवामा आतंकी हमले के बाद उग्रवादी समूहों पर लगाम लगाने के लिए गहन वैश्विक दबाव के बीच उसने JuD और FIF पर प्रतिबंध लगा दिया था. पुलवामा हमले में 40 CRPF जवानों की मौत हो गई थी.

इन दोनों ही संगठनों को साल 2017, जनवरी माह से ही निगरानी सूचि में रखा गया था.

पाकिस्तान सरकार ने सोमवार को यह कहते हुए एक और आदेश दिया कि इसमें संयुक्त राष्ट्र के सभी नामित संगठनों जैसे कि JuD, FIF की संपत्तियां जमी हुई हैं.

अधिकारियों के अनुसार, JuD के नेटवर्क में 300 सेमिनार और स्कूल, अस्पताल, एक प्रकाशन गृह और एम्बुलेंस सेवा शामिल हैं. दोनों समूहों में लगभग 50,000 स्वयंसेवक और सैकड़ों अन्य सशुल्क कार्यकर्ता हैं.

माना जाता है कि JuD लश्कर के लिए सबसे अहम संगठन है, जो मुंबई हमले को अंजाम देने के लिए जिम्मेदार है. इसमें हमले में 166 लोग मारे गए थे. इस संगठन को जून 2014 में अमेरिका द्वारा एक विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किया गया था.

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ट्रेजरी के अमेरिकी विभाग ने अपने प्रमुख सईद को विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी के रूप में नामित किया है. इसके साथ ही अमेरिका ने 2012 के बाद से सईद (Saeed ) को न्याय दिलाने वाली जानकारी के लिए 10 मिलियन अमरीकी डालर का इनाम देने की पेशकश की है.

सईद (Saeed ) को दिसंबर 2008 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 1267 के तहत सूचीबद्ध किया गया था. उसे नवंबर 2017 में पाकिस्तान में हाउस अरेस्ट से रिहा किया गया था.

NCTA ने अब तक 70 आतंकवादी संगठनों को प्रतिबंधित घोषित कर दिया है और इन संगठनों की एक बड़ी संख्या बलूचिस्तान, गिलगित-बाल्टिस्तान और फेडरली प्रशासित जनजातीय क्षेत्रों (फाटा) में आधारित है.

इस्लामाबाद: पाकिस्तान सरकार ने हाफिज सईद के संगठन जमात-उद-दावा को बैन कर दिया है. इसके सहयोगी संगठन फलाह-ए-इंसानियत को भी बैन किया गया है. हाफिज सईद 26/11 मुंबई आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड है.

बता दें कि इससे एक दिन पूर्व ही मीडिया रिपोर्ट्स में ये सामने आया था कि ये आतंकी संगठन अब तक सिर्फ वॉचलिस्ट में ही हैं.

पाकिस्तान के आंतरिक मामलों के मंत्रालय ने आतंकवाद विरोधी अधिनियम-1997 के तहत इन संगठनों को बैन किया है. बीते सोमवार तक ये संगठन NCTA की वेबसाइट पर निगरानी संगठनों की सूची में रखे गए थे. निगरानी संगठनों की सूची में 70 संगठन शामिल हैं. इसके बाद मंगलवार को इन्हें प्रतिबंधित संगठनों की सूची में डाला गया.

इससे पहले पाकिस्तान आतंकी मसूद अजहर के भाई और बेटे समेत 44 लोगों को हिरासत में ले चुका है.

सूची के नीचे एक नोट है, जिसमें लिखा है, 'इस सूची को 05 मार्च, 2019 तक अद्यतन किया गया है और NACTA द्वारा तैयार किया गया है. यह आंतरिक मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचनाओं के आधार पर तैयार किया गया है.'

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भारतीय मीडिया द्वारा रिपोर्ट किए जाने के एक दिन बाद यह घटनाक्रम सामने आया है कि दोनों संगठन केवल वॉचलिस्ट में हैं.

21 फरवरी को पाकिस्तान सरकार ने घोषणा की थी कि 14 फरवरी के पुलवामा आतंकी हमले के बाद उग्रवादी समूहों पर लगाम लगाने के लिए गहन वैश्विक दबाव के बीच उसने JuD और FIF पर प्रतिबंध लगा दिया था. पुलवामा हमले में 40 CRPF जवानों की मौत हो गई थी.

इन दोनों ही संगठनों को साल 2017, जनवरी माह से ही निगरानी सूचि में रखा गया था.

पाकिस्तान सरकार ने सोमवार को यह कहते हुए एक और आदेश दिया कि इसमें संयुक्त राष्ट्र के सभी नामित संगठनों जैसे कि JuD, FIF की संपत्तियां जमी हुई हैं.

अधिकारियों के अनुसार, JuD के नेटवर्क में 300 सेमिनार और स्कूल, अस्पताल, एक प्रकाशन गृह और एम्बुलेंस सेवा शामिल हैं. दोनों समूहों में लगभग 50,000 स्वयंसेवक और सैकड़ों अन्य सशुल्क कार्यकर्ता हैं.

माना जाता है कि JuD लश्कर के लिए सबसे अहम संगठन है, जो मुंबई हमले को अंजाम देने के लिए जिम्मेदार है. इसमें हमले में 166 लोग मारे गए थे. इस संगठन को जून 2014 में अमेरिका द्वारा एक विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किया गया था.

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ट्रेजरी के अमेरिकी विभाग ने अपने प्रमुख सईद को विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी के रूप में नामित किया है. इसके साथ ही अमेरिका ने 2012 के बाद से सईद (Saeed ) को न्याय दिलाने वाली जानकारी के लिए 10 मिलियन अमरीकी डालर का इनाम देने की पेशकश की है.

सईद (Saeed ) को दिसंबर 2008 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 1267 के तहत सूचीबद्ध किया गया था. उसे नवंबर 2017 में पाकिस्तान में हाउस अरेस्ट से रिहा किया गया था.

NCTA ने अब तक 70 आतंकवादी संगठनों को प्रतिबंधित घोषित कर दिया है और इन संगठनों की एक बड़ी संख्या बलूचिस्तान, गिलगित-बाल्टिस्तान और फेडरली प्रशासित जनजातीय क्षेत्रों (फाटा) में आधारित है.

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pm modi attacks rahul over poverty and hunder


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