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बाबरी मस्जिद को गिराया जाना, कानून का मजाक बनाना था : ओवैसी - जस्टिस अशोक भूषण

AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने अयोध्या मामले में आने वाले फैसले को लेकर प्रतिक्रिया दी. उनका कहना है कि इस मामले में ऐसा फैसला आना चाहिए, जिससे कानून के हाथ मजबूत हों.

जनसभा को संबोधित करते ओवैसी
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Published : Oct 18, 2019, 3:35 PM IST

हैदराबाद: ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने अयोध्या विवाद पर हुई सुनवाई के बाद कहा है कि मुझे नहीं पता क्या फैसला आएगा, लेकिन मैं चाहता हूं फैसला ऐसा आए जिससे कानून के हाथ मजबूत हों.

उन्होंने एक जनसभा को संबोधित करते हुए अयोध्या मामले की सुनवाई पर अपनी प्रतिक्रिया दी.

ओवैसी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि बाबरी मस्जिद को गिराया जाना कानून का मजाक था, मुझे नहीं पता क्या फैसला आएगा, लेकिन मैं चाहता हूं कि फैसला ऐसा आए जिससे कानून के हाथ मजबूत हों.

इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जब बाबरी मस्जिद को विध्वंस किया गया तो कांग्रेस की सरकार थी और जब बाबरी मस्जिद के ताले खोले गए तब भी कांग्रेस की ही सरकार थी.

जनसभा को संबोधित करते ओवैसी

पढ़ें- सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील ने मध्यस्थता के जरिए अयोध्या केस को निपटाने की खबरों का खंडन किया

बता दें कि बुधवार को अयोध्या केस मे सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई पूरी हो गई.

प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता में 5 जजों की पीठ ने लगातार 40 दिन सुनवाई की. इस पीठ में जस्टिस एसए बोबडे, जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एस ए नज़ीर शामिल थे.

इस मामले पर 17 नवंबर से पहले फैसला सुनाया जा सकता है.

हैदराबाद: ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने अयोध्या विवाद पर हुई सुनवाई के बाद कहा है कि मुझे नहीं पता क्या फैसला आएगा, लेकिन मैं चाहता हूं फैसला ऐसा आए जिससे कानून के हाथ मजबूत हों.

उन्होंने एक जनसभा को संबोधित करते हुए अयोध्या मामले की सुनवाई पर अपनी प्रतिक्रिया दी.

ओवैसी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि बाबरी मस्जिद को गिराया जाना कानून का मजाक था, मुझे नहीं पता क्या फैसला आएगा, लेकिन मैं चाहता हूं कि फैसला ऐसा आए जिससे कानून के हाथ मजबूत हों.

इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जब बाबरी मस्जिद को विध्वंस किया गया तो कांग्रेस की सरकार थी और जब बाबरी मस्जिद के ताले खोले गए तब भी कांग्रेस की ही सरकार थी.

जनसभा को संबोधित करते ओवैसी

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बता दें कि बुधवार को अयोध्या केस मे सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई पूरी हो गई.

प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता में 5 जजों की पीठ ने लगातार 40 दिन सुनवाई की. इस पीठ में जस्टिस एसए बोबडे, जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एस ए नज़ीर शामिल थे.

इस मामले पर 17 नवंबर से पहले फैसला सुनाया जा सकता है.

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