नामक्कल: तमिलनाडु के नामक्कल जिले के पोथनथुर में रविवार को एक माता-पिता अपने दो महीने के बच्चे को लिए पास के स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे. बच्चे को तेज बुखार था. बच्चे के इलाज के दौरान माता-पिता को अचानक कुछ ऐसा देखने को मिला की वे परेशान हो गए. बच्चे को बुखार की दवा के बजाए डीवॉर्मिंग सिरप दिया जा रहा था.
बच्चे को स्वास्थ्य केंद्र लिए पहुंचे दंपति को उम्मीद थी कि बच्चे को बुखार की दवा दी जाएगी. वहां मौजूद नर्स सरस्वती ने बच्चे का टीकाकरण किया और फिर एक सिरप पिलाया, लेकिन माता-पिता तब हैरान हो गए जब वे घर लौट कर दवाइयों का थैला देखे.
दवाइयों के थैले में बुखार की दवा के बजाए डीवॉर्मिंग सिरप था. घबराए माता-पिता दोबारा अस्पताल पहुंचे और नर्स से पूछने की कोशिश की, जिसका नर्स ने जवाब नहीं दिया. साथ ही नए सिरप खरीदने की बात कही. इस घटना के बाद दंपति दूसरे डॉक्टर के पास पहुंचे जहां उन्हे पता चला कि ये डीवॉर्मिंग सिरप है. साथ ही डॉक्टर ने उसे एक साल से कम के बच्चे को न देने की हिदायत भी दी.
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इसी मामले पर ईटीवी भारत से बात करते हुए दंपति ने कहा कि हम पढ़े लिखे हैं, इसलिए हमने गलत दवाइयों को पहचान लिया, लेकिन उन लोगों का क्या जिन्हे इन चीजों के बारे में कोई जानकारी नहीं होती. इसलिए नर्स और स्वास्थ्य केंद्र के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.