नई दिल्ली : किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने दावा किया है कि गणतंत्र दिवस के दिन लाल किले पर हुई हिंसा के बाद से 100 से अधिक प्रदर्शनकारी किसान लापता हो गए हैं, जिससे उनका परिवार सदमे में है. उन्होंने यह भी बताया कि हमें लगातार लापता किसानों की सूची मिल रही है, जिनका सत्यापन किया जा रहा है.
अलीपुर थाने के बाहर शनिवार को आंदोलनकारी किसानों के परिजन पहुंचे. वह अपने कुछ रिश्तेदारों को तलाशने पहुंचे थे. उनका कहना है कि इनके रिश्तेदार पिछले 2 महीने से आंदोलन कर रहे थे. जो हिंसा के बाद से लापता हैं. पुलिस बताने तक से इंकार कर रही है. इसके बाद किसानों के परिजन अलीपुर थाने में पुलिस अधिकारियों से बातचीत करने पहुंचे.
अलीपुर थाना पुलिस द्वारा डिटेन किए गए लोगों की लिस्ट देने का आश्वासन दिया गया. सिंघु बॉर्डर पर शुक्रवार को हुए हिंसा में पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है. परिजनों का कहना है कि पुलिस ना तो थाने के अंदर आने दे रही है और ना गिरफ्तार लोगों के बारे में जानकारी दे रही है. उन्हें अभी तक यह तक नहीं पता चला कि परिवार के लोग गिरफ्तार भी किए गए हैं या नहीं. वह लापता हैं.
इस संबंध में शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि लापता व्यक्तियों के परिवारों की हर संभव मदद की जाएगी. शिरोमणि अकाली दल कानून समिति पंजाब के साथ-साथ दिल्ली में भी पीड़ितों को मुफ्त कानूनी सहायता प्रदान करेगी.
इसके अलावा दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने भी शनिवार सुबह अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें कहा गया कि उन्हें सूचित किया गया है कि मोगा के 11 लापता युवक तिहाड़ जेल में बंद हैं.
मुझे इस बारे में दिल्ली के संयुक्त पुलिस आयुक्त से बात करके पता चला है. इन युवकों को नागपुर पुलिस स्टेशन से गिरफ्तार किया गया और बाद में तिहाड़ जेल भेज दिया गया.
शुक्रवार को सामाजिक कार्यकर्ता सरबजीत सिंह वेरका ने कहा कि हमें सूचित किया गया है कि लगभग 400 युवा अवैध हिरासत में हैं, उनमें से 15 के खिलाफ मामले दर्ज हैं और यह पता चला है कि 18 किसानों को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया है, लेकिन बाकी किसानों के ठिकाने का पता नहीं चल पाया है.
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यहां यह बताना आवश्यक है कि किसानों द्वारा 26 जनवरी को एक ट्रैक्टर रैली का आयोजन किया गया था, जिसके दौरान लाल किले सहित विभिन्न स्थानों पर हिंसक घटनाएं हुई थीं और अब युवा और कई किसान लापता होने की बात कही जा रही है.