नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में समाजवादी पार्टी (सपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और राष्ट्रीय लोक दल (RLD) एक मंच से जनसभा कर रहे हैं. बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने संबोधन में कांग्रेस पर जमकर हमले किए. उन्होंने बीजेपी को भी आड़े हाथों लिया.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर देश में नफरत फैलाकर राज करने का आरोप लगाते हुए इस मौके पर कहा, 'अंग्रेजों ने लोगों को बांटकर देश पर राज किया था, लेकिन उससे ज्यादा अगर कोई हमें बांट रहा है तो वह भाजपा के लोग हैं.'
अखिलेश ने प्रधानमंत्री पर तंज किया कि पहले वह आपके बीच में चायवाला बनकर आए. जाने कितने लोगों ने अच्छे दिन, 15 लाख रुपये और करोड़ों नौकरियों के वादे पर भरोसा कर लिया.
अखिलेश यादव ने भी मोदी सरकार पर जमकर हमला किया.
- उत्तर प्रदेश के पूर्व CM अखिलेश यादव ने कहा कि ऐसे नेता आए जो नफरत के अलावा कुछ नहीं बोले.
- कांग्रेस की नीतियां ही बीजेपी की नीतियां, दोनों में कोई फर्क नहीं है.
- इस बार नफरत की दीवार गिराने का चुनाव है.
- कैराना में हम नफरत की दीवार गिराकर जीते.
- कांग्रेस बदलाव नहीं, यूपी में पार्टी बनाना चाहती है.
- हमारी सीमाएं अब भी सुरक्षित नहीं हैं.
- शहीद हो रहे जवानों के लिए बीजेपी जिम्मेदार.
- मोदी सरकार से सवाल करते हुए अखिलेश ने पूछा कि पिछले वादों का क्या हुआ?
- सरकार जो वादे करती है उसके खिलाफ काम करती है.
- वादा किया था अच्छे दिन लाएंगे, बुरे दिन ला दिए.
- चुनाव आया तो कहा जा रहा है कि 'मैं भी चौकीदार'. इस चुनाव में गरीब, दलित, अल्पंसख्यक मिलकर एक-एक चौकीदार की चौकी छीनने का काम करेंगे.
- महागठबंधन को महामिलावट और 'सराब' बोलने वाले लोग सत्ता के नशे में हैं.
- ये महामिलावट का नहीं महापरिवर्तन का गठबंधन है. यह नयी सरकार देने और नया प्रधानमंत्री बनाने का गठबंधन है.
- यह गठबंधन चौधरी चरण सिंह की विरासत को आगे बढ़ाने जा रहा है.
- कभी यह गठबंधन सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव और बसपा संस्थापक कांशीराम ने किया था. यही सपना आम्बेडकर और लोहिया ने देखा था. गठबंधन उसे पूरा करेगा.
- पिछले साल हुए उपचुनावों में बसपा के एक-एक कैडर ने मदद की, और हम चुनाव जीत गये.
- महागठबंधन का एक भी वोट घटने ना पाये और एक भी वोट बचने ना पाये. अगर ऐसा हुआ तो ऐतिहासिक जीत होगी.
- गन्ना किसानों का मुद्दा उठाते हुए अखिलेश ने कहा कि यहां के लोगों ने गन्ना पैदा करके पूरे देश को मिठास से जोड़ने का काम किया.
- किसानों के खेतों में गन्ना खड़ा रहे, लेकिन सरकार को कोई परवाह नहीं है.
- प्रधानमंत्री कहते हैं कि दुनिया को हमारे देश पर गर्व है. लेकिन हमारा देश हर चीज में पीछे चला जा रहा है.
- दुनिया के बाकी देश आगे बढ़ रहे हैं, वहीं हमारा देश पीछे जा रहा है.
कांग्रेस के घोषणापत्र की आलोचना करते हुए मायावती ने कहा 'कांग्रेस के मुखिया ने देश के अति गरीबों को वोट के लिए लुभाने को लेकर हर महीने छह हजार रुपये देने की जो बात कही है, उससे गरीबी का कोई स्थायी हल नहीं निकलेगा. अगर केन्द्र में हमारी सरकार बनी तो वह अति गरीबी परिवारों को छह हजार रुपये देने के बजाय, उन्हें सरकारी और गैर सरकारी क्षेत्रों में स्थायी रोजगार देने की पूरी व्यवस्था करेगी.'
मायावती का बिंदुवार संबोधन:
- कांग्रेस बीजेपी को टक्कर देने के लायक नहीं
- कांग्रेस ने बीजेपी को फायदा पहुंचाने के लिए उम्मीदवार उतारे
- गठबंधन को वोट देकर मजबूत बनाए मुस्लिम समाज
- मुस्लिम समाज भावना में बह कर वोट ना बांटे
- आजादी के बाद से अब तक कांग्रेस, भाजपा तथा अन्य सरकारें देशहित के मामले में ज्यादातर विफल ही रही हैं.
- जनता को इन्हें अब और ज्यादा आजमाने की जरूरत नहीं है. इन सभी विरोधी पार्टियों को किसी भी कीमत पर सत्ता में नहीं आने देना है.
- आपको डॉक्टर भीमराव आम्बेडकर, राम मनोहर लोहिया और चौधरी चरण सिंह के सपनों को पूरा करना है.
- केंद्र की पिछली कांग्रेस सरकार की ही तरह मौजूदा भाजपा सरकार ने दलितों, पिछड़ों, मुस्लिम तथा अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों का कोई खास विकास नहीं किया.
- पूरे देश में आरक्षण का कोटा खाली पड़ा है.
- पहले कांग्रेस और अब भाजपा की सरकारों ने निजी क्षेत्र में आरक्षण की व्यवस्था नहीं की.
- आरक्षण के बगैर निजी क्षेत्र के जरिये ही काम कराकर धन्नासेठों को ही काम दिया जा रहा है.
- केंद्र की इस सरकार में भ्रष्टाचार काफी हद तक बढ़ा है, रक्षा सौदे भी इससे अछूते नहीं रहे.
- कांग्रेस सरकार में बोफोर्स और मोदी सरकार में राफेल मामला इसका सुबूत है.
- अगर भाजपा को उत्तर प्रदेश से हटाना है तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी 'भगाना' होगा.
- योगी-मोदी को हटाने पर ही भाजपा के जातिवादी, संकीर्ण, साम्प्रदायिक, तानाशाही और अन्याय करने वालों से छुटकारा मिलेगा.
- अगर भाजपा को हराना है तो मुस्लिम बिरादरी के सभी लोग अपना वोट बांटने के बजाय महागठबंधन को एकतरफा वोट दें.
मायावती ने गन्ना किसानों का भी जिक्र किया. उन्होंने भाजपा की कर्जमाफी और बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान को जुमलेबाजी करार दिया. मायावती ने कहा 'मैं विश्वास दिलाना चहाती हूं कि अगर केन्द्र में हमें सरकार बनाने का मौका मिला तो सभी राज्यों को किसानों का कोई भी बकाया नहीं रखने के सख्त निर्देश दिये जाएंगे.'
RLD के मुखिया चौधरी अजित सिंह ने दावा किया कि इस बार चुनाव में भाजपा हारेगी ही नहीं, बल्कि उसका सूपड़ा साफ हो जाएगा. उन्होंने कहा कि गरीब आदमी के पास एक ही ताकत है, वह है पांच साल में सरकार बदलने की. मगर भाजपा इसे खत्म करना चाहती है.
अजित सिंह ने कहा 'मोदी मन की बात में कहते हैं कि मैं तो फकीर हूं, झोला उठाकर चल दूंगा. हे भगवान! हमें भी ऐसा फकीर बना दो. मुफ्त की खाएंगे, सूट—बूट पहनेंगे, दुनिया घूमेंगे और कहेंगे कि मैं तो फकीर हूं.'
अजित सिंह का बिंदुवार संबोधन
- भाजपा अध्यक्ष अमित शाह कहते हैं कि अगर मोदी जीत गये तो 50 साल राज करेंगे.
- भाजपा सांसद साक्षी महाराज कहते हैं कि यह आखिरी चुनाव है.
- सोचिये, ये लोग आपका संवैधानिक हक छीन लेना चाहते हैं.
- PM मोदी ने वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले कहा था कि वह हर साल दो करोड़ रोजगार देंगे.
- रोजगार बढ़ना तो दूर, दो करोड़ कम हो गये. वह युवाओं को पकौड़ा बनाने की सलाह देते हैं.
- 'क्या देश का प्रधानमंत्री झूठ बोलता है, नहीं यह कभी सच नहीं बोलता.'
- 'मोदी के मां-बाप ने उसको सच बोलने की सलाह नहीं दी.'
- 'प्रधानमंत्री तो देश का होता है लेकिन मोदी जी भाजपा के प्रधानमंत्री बने, वह हमारे प्रधानमंत्री नहीं हो सकते हैं.'
- 'मोदी अब कह रहे हैं कि तुम मुझे वोट दो मैं तुम्हें दो हजार रुपये दूंगा.'
अजित सिंह ने गन्ने के समर्थन मूल्य का जिक्र करते हुए कहा, 'मोदी ने कहा था कि गन्ने का दाम 400 रुपये प्रति क्विंटल होगा. मायावती जी और मुलायम सिंह यादव जी के शासन में गन्ना का दाम किसानों को मिलता था. आज अदालत के आदेश के बावजूद सरकार गन्ना मूल्य नहीं चुका रही है. मोदी और योगी किसान की फसल चर रहे हैं, सो अलग.'
सहारनपुर में आयोजित रैली में चंद्रशेखर आजाद 'रावण' की पार्टी भीम आर्मी के समर्थक भी देखे गए.
बता दें कि सपा-बसपा-RLD के गठबंधन से कांग्रेस पहले से ही बाहर है. लोकसभा चुनाव के लिए चारों दलों के बीच आम सहमति न बन पाने के कारण कांग्रेस 70 से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ रही है.
इस रैली में अजित सिंह और उपाध्यक्ष जयंत चौधरी मौजूद रहे. चौधरी अजित सिंह राष्ट्रीय लोक दल (RLD) के मुखिया हैं.
देवबंद में आयोजित रैली बिजनौर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बागपत और सहारनपुर लोकसभा सीटों पर महागठबंधन के उम्मीदवारों के समर्थन में थी.