नई दिल्ली : भाजपा नेता जय भगवान गोयल की पुस्तक काफी चर्चा में है. गोयल की पुस्तक का शीर्षक 'आज के शिवाजी नरेंद्र मोदी' है. मोदी पर आधारित इस पुस्तक की आलोचना शिवसेना, कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल कर रहे हैं. पूरे मामले को लेकर पुस्तक के लेखक व पूर्व शिवसेना नेता भगवान गोयल से ईटीवी भारत ने खास बातचीत में कहा, 'मैंने पीएम के कार्यों की तुलना शिवाजी से की थी.'
गोयल ने कहा कि 2014 से पहले देश में आतंकवाद और कई तरह की समस्याएं थीं, लेकिन यह सब 2014 के बाद यानी मोदी सरकार के आने के बाद कम हुआ है. उन्होंने कहा कि मोदी जी ने शिवाजी की ही स्टाइल से पाकिस्तान को घर में घुसकर मारा.
प्रधानमंत्री से शिवाजी की तुलना को लेकर शिवसेना की आपत्ति पर पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि, शिवाजी महाराज हम सबके गुरु हैं. मेरा उद्देश्य उनकी छवि को खराब करना या कोई गलत संदेश पहुंचाना नहीं था. रही बात शिवसेना की तो पार्टी हमेशा से ही शिवाजी के उद्देश्यों पर चली है, लेकिन हाल ही में मात्र सत्ता पाने के लिए संजय राउत ने सारी की सारी शिवसेना को सोनिया गांधी की गोद में बैठा दिया. और आज पूरी पार्टी सीएए के विरोध में लगी हुई है.
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किताब वापस लेने के सवाल पर भगवान गोयल बोले, 'मुझे जब संगठन निर्देश देगा, तब मैं उसके निर्देश का पालन करूंगा और किताब वापस ले लूंगा.'
आपको बता दें कि इससे पहले भाजपा ने लेखक द्वारा किताब वापस लिए जाने का दावा किया था.
पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा था, 'जय भगवान गोयल (लेखक) की किताब से भाजपा का कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने निजी हैसियत से यह किताब लिखी है. उन्होंने भावनाएं आहत करने के लिए महाराष्ट्र और बाहर के लोगों से खेद भी प्रकट किया है. उन्होंने किताब वापस ले ली है. अब विवाद का अंत हो जाना चाहिए.'
हालांकि गोयल ने कहा, 'अगर मैंने यह कह भी दिया कि मोदी जी मुझे शिवाजी जैसे लगते हैं, तो यह मेरा अपना भाव है.'
लेखक ने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जब वे अपने कार्यकर्ताओं को कृष्ण भगवान या राम बना देते हैं तब तो हमें कोई आपत्ति नहीं होती.