कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को राज्यपाल जगदीप धनखड़ पर राज्य प्रशासन के कामकाज में बार-बार दखल देने का आरोप लगाया है. साथ ही उन्होंने धनखड़ से पूछा कि किसने संवैधानिक धर्म की सीमा पार की है.
ममता ने पांच पन्नों के एक पत्र में कड़े शब्दों में कहा, 'राज्यपाल को यह याद रखना चाहिए कि वह नामित पदाधिकारी हैं जबकि मैं निर्वाचित मुख्यमंत्री हूं.'
बनर्जी ने पत्र में धनखड़ से कहा, 'संवैधानिक धर्म और यहां तक कि शिष्टाचार के बुनियादी मानदंडों को भी ध्वस्त कर दिया है.'
ममता ने पत्र में धनखड़ पर बार-बार राज्य सरकार के कामकाज में दखल देने का आरोप लगाया है.
इससे पहले धनखड़ ने दिन में एक ट्वीट के जरिए मुख्यमंत्री से आग्रह किया था कि वह केंद्रीय टीम को अपना काम सहजता से करने में मदद करें.
धनखड़ ने इसके अलावा राज्य में डब्ल्यूएचओ का यात्रा पर भी सवाल उठाए थे. उन्होंने डब्ल्यूएचओ टीम की पूर्वी मिदनापुर और बिष्णुपुर यात्रा को लेकर सवाल उठाते हुए पूछा था कि इससे क्या परिणाम और लाभ प्राप्त हुए.
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बता दें कि पश्चिम बंगाल में IMCT को लेकर केंद्र और राज्य सरकार आमने सामने आ गई थी. इतना ही नहीं, जब IMCT की टीम बंगाल पहुंची तो उसे काम नहीं करने दिया गया.
हालांकि राज्य सरकार ने बाद में IMCT को सहयोग करने को कहा.