पटना/भागलपुर: बिहार के सीएम नीतीश कुमार के महात्वकांक्षी योजनाओं में से एक जल-नल योजना से ताल्लुक रखने वाले दो बड़े ठेकेदारों के यहां आयकर विभाग ने छापेमारी की है. इस दौरान करोड़ों की संपत्ति का खुलासा हुआ है.
ठेकेदारों के ठिकानों पर की गई छापेमारी
जानकारी के अनुसार पटना और भागलपुर में दोनों ठेकेदारों के ठिकानों पर छापेमारी की गई है, जिसमें करीब ₹50 लाख नकद बरामद हुए हैं. करोड़ों की बेनामी संपत्ति का खुलासा हुआ है. ठेकेदारों के नाम ललन कुमार और सुमन कुमार बताए जा रहे हैं, जो कि भागलपुर के निवासी हैं. गुरुवार रात से ही दोनों ठेकेदारों के घर और दफ्तर में छापेमारी जारी है. आईटी विभाग भागलपुर के अलावा पटना, धनबाद और पूर्णिया में भी कार्रवाई कर रही है.
लोटस कंस्ट्रक्शन कंपनी में दोनों भाई
बिहार में जल-नल योजना का काम लोटस कंस्ट्रक्शन कंपनी को मिला हुआ था. जबकि इस कंपनी के डायरेक्टर दोनों भाई यानी की ललन कुमार और सुमन कुमार हैं. दोनों भाइयों के घर में ही कंपनी का कार्यालय है. आयकर विभाग की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, हनुमान नगर, पाटलीपुत्र कॉलोनी, फ्रेजर रोड स्थित आवास और कार्यालय पर भी आईटी की छापेमारी हुई है.
दर्जन भर ठेकेदारों और बिजनेसमैन के यहां एक साथ छापेमारी
इधर, निर्वाचन विभाग की तरफ से मिल रही जानकारी के अनुसार पिछले 2 दिनों से राजधानी पटना समेत कटिहार भागलपुर और गया जिले में छापेमारी के दौरान ₹2.28 करोड़ बरामद किए गए हैं. चुनाव आयोग की तरफ से बताया गया है कि आयकर विभाग की कल की छापेमारी में ₹2.28 करोड़ बरामद हुआ है इस मामले में जांच जारी है. आयकर विभाग की टीम ने गुरुवार को राज्य के 4 जिलों में करीब दर्जन भर ठेकेदारों और व्यवसायियों के यहां एक साथ छापेमारी की है. जिनमें दो बड़े ठेकेदार नल-जल योजना से जुड़े हैं.
पटना में दो कंपनियों और उनके मालिकों के यहां कई स्थानों पर छापेमारी
गया में स्टोन चिप का व्यापार करने वाले 8 से ज्यादा व्यापारियों के यहां विस्तृत सर्वे किया गया है, जिनमें विष्णु इंजीकॉम समेत अन्य शामिल है. विष्णु इंजीकॉम के मालिक रवि चौरसिया के यहां कुछ दिन पहले धनबाद में भी आयकर विभाग की छापेमारी हो चुकी है. जिनके ठिकानों पर से ₹91 लाख रुपए बरामद किए गए थे. सर्वे के दौरान आयकर विभाग को जानकारी मिली थी कि सभी 8 व्यवसायियों के यहां बड़े स्तर पर टैक्स गड़बड़ी मिली है. इन्हें उचित टैक्स जमा करने से संबंधित नोटिस दिया गया है. पटना में दो कंपनियों और उनके मालिकों के यहां कई स्थानों पर छापेमारी हुई है. यह दोनों मूल रूप से नल-जल योजना के तहत ठेकेदारी करते हैं.
दो करोड़ से ज्यादा कैश बरामद
मिल रही जानकारी के अनुसार कल गुरुवार की सुबह 9 बजे से देर रात तक छापेमारी हुई है. पटना के दो कंपनी और इनके मालिकों के यहां छापेमारी की गई है. यह दोनों कंपनियों के मालिक बिहार सरकार के महत्वपूर्ण योजना नल जल योजना के ठेकेदारी करते हैं. इनमें गनाधिपति कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के मालिक जनार्दन प्रसाद और नालंदा इंजीकॉम प्राइवेट लिमिटेड के मालिक विवेकानंद कुमार एवं सरयू प्रसाद है. मिल रही जानकारी के अनुसार इनके हनुमान नगर के काली मंदिर रोड और पाटलिपुत्र कॉलोनी स्थित आवास से ₹दो करोड़ से ज्यादा कैश बरामद किया गया है.
25 से 30 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति का पता चला
इसके अलावा 20 से ज्यादा संपत्ति के कागजात मिले हैं जिनमें नोएडा पटना और गाजियाबाद में प्लॉट और फ्लैट दस्तावेज शामिल है. अब तक की जांच में 25 से 30 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति का पता चला है. इसके अलावा नालंदा इंजीकॉम प्राइवेट लिमिटेड के मालिक विवेकानंद कुमार और सरयू प्रसाद के 9 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की गई. इस दौरान ₹67 लाख कैश मिला है. आपको बता दें कि नालंदा इंजीकॉम कंपनी मुख्य रूप से नल-जल योजना का ठेका लेती है और इसके अलावा अन्य क्षेत्रों में भी ठेका का काम करती है.
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चिराग ने साधा निशाना
इधर, जल-नल योजना के ठेकेदारों के यहां छापेमारी पर राजनीति गरमा गई है. लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने जल-नल योजना से जुड़े 2 बड़े ठेकेदारों के ठिकाने पर आयकर विभाग की छापेमारी को लेकर कहा कि यह घोटाला बिहार के इतिहास का अब तक सबसे बड़ा घोटाला साबित होगा. चिराग पासवान लगातार सात निश्चय के तहत जल-नल योजना में हुए भ्रष्टाचार के उजागर करने के बाद कहते आए हैं. उन्होंने यहां तक कह दिया है कि हमारी सरकार बनेगी तो हो जल-नल योजना में हुए भ्रष्टाचार की जांच करवाएंगे और दोषी व्यक्तियों को जेल भेजेंगे.