मुंबई : ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ ने शुक्रवार को कहा है कि ईरान परमाणु समझौते पर भारत समझौते के अनुपालन में अमेरिका को वापस लाने में अग्रणी भूमिका निभा सकता है और हम उस संभावना को अस्वीकार नहीं करेंगे.
भारत ईरान का बहुत प्रिय मित्र है और अमेरिका के साथ उसके अच्छे संबंध हैं, यह अमेरिका को बातचीत के लिए एक मेज पर लाने के लिए प्रोत्साहित कर सकता है. ईरान के लोग भारत के नागरिकों से बहुत प्यार करते हैं.
वहीं चाबहार प्रेजेक्ट को लेकर उन्होंने कहा कि भारत को अमेरिकी छूट के बावजूद बंदरगाह के लिए आवश्यक उपकरण खरीदने में कठिनाई हो रही है. इसके अलावा वित्तीय लेनदेन एक समस्या है. इसके अलावा चाबहार और जाहेदान के बीच रेल मार्ग को खत्म कर दिया गया है जो कि चिंता का विषय है.
मंत्री ने आगे कहा कि ईरान को अमेरिका के साथ फिर से बातचीत में कोई दिलचस्पी नहीं थी लेकिन अगर भारत अशांति को रोकने और अमेरिका को बातचीत की मेज पर वापस लाने के लिए काम करना चाहता है, तो वह बातचीत के लिए तैयार होगा.
बता दें कि जवाद जरीफ रायसीना डायलॉग में शामिल होने के लिए तीन दिनों के भारत दौरे पर हैं.