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लीबिया से लौट रहे सात भारतीयों का अपहरण, परिजनों ने मांगी मदद

लीबिया में काम कर रहे सात भारतीयों को अपने देश लौटते समय एयरपोर्ट के रास्ते में अगवा कर लिया गया, जिसके बाद उनके परिजनों में बेचैनी का माहौल है. इस संबंध में परिजनों द्वारा सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट के थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है.

Family requested for help
परिजन ने लगाई मदद की गुहार
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Published : Oct 2, 2020, 2:40 PM IST

नई दिल्ली : लीबिया में काम कर रहे सात भारतीयों को अपने देश लौटते समय एयरपोर्ट के रास्ते में अगवा कर लिया गया. इन भारतीयों के अपहरण की खबर भारत पहुंचते ही उनके परिजनों में बेचैनी का माहौल है. इस संबंध में परिजनों द्वारा सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट के प्रसाद नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है.

'कोशिश कर रही केंद्र सरकार'

इस पूरे मामले में केंद्र सरकार लगातार लीबिया की सरकार से संपर्क बनाकर सभी को ढूंढने का प्रयास कर रही है. इस घटना को लेकर अह्रतों के परिजनों द्वारा सेंट्रल दिल्ली के प्रसाद नगर थाने में शिकायत दी गई है. साथ ही डीसीपी सेंट्रल दिल्ली, सीपी दिल्ली व प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और विदेश मंत्री से भी मदद की गुहार लगाई है.

वेल्डिंग का करते थे काम

लीबिया से वापस भारत आते समय अगवा किए गए सात भारतीयों की पहचान महेंद्र सिंह, वेंक्टराव बतचाला, साह अजय, उमेदीब्राहिम भाई मुल्तानी, दनय्या बोद्धू, मुन्ना चौहान और जोगाराव बतचाला के तौर पर की गई है. यह सभी लोग राजेंग्र प्लेस स्थित एनडी एन्टरप्राइजेज कंपनी की ओर से लीबिया में आयरन वेल्डर के तौर पर काम करने के लिए करीब एक साल पहले गए थे. एक साल तक वहां काम करने के बाद उन्हें भारत लौटना था, लेकिन बीच रास्ते से ही इन सबको अगवा कर लिया गया है.

पढ़ें : अगवा किए गए सात भारतीय नागरिकों में से दो अफगानिस्तान से स्वदेश लौटे

बीच रास्ते हुए अगवा

अगवा मुन्ना चौहान के रिश्तेदार लल्लन प्रसाद ने बताया की उनका रिश्तेदार मुन्ना चौहान भी एक साल पहले छह अन्य पीड़ितों के साथ वेल्डर मैन के तौर पर काम करने के​ लिए लिबिया गया था. 17 सितंबर को उनकी फ्लाईट लिबिया के त्रिपोली एयरपोर्ट से इस्तांबुल, पैरिस होते नई दिल्ली पहुंचना था. वह सभी अपनी कंपनी से एयरपोर्ट के लिए निकले थे, जहां बीच रास्ते अज्ञात अपराधियों ने सभी सातों भारतीयों को अगवा कर लिया है.

नई दिल्ली : लीबिया में काम कर रहे सात भारतीयों को अपने देश लौटते समय एयरपोर्ट के रास्ते में अगवा कर लिया गया. इन भारतीयों के अपहरण की खबर भारत पहुंचते ही उनके परिजनों में बेचैनी का माहौल है. इस संबंध में परिजनों द्वारा सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट के प्रसाद नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है.

'कोशिश कर रही केंद्र सरकार'

इस पूरे मामले में केंद्र सरकार लगातार लीबिया की सरकार से संपर्क बनाकर सभी को ढूंढने का प्रयास कर रही है. इस घटना को लेकर अह्रतों के परिजनों द्वारा सेंट्रल दिल्ली के प्रसाद नगर थाने में शिकायत दी गई है. साथ ही डीसीपी सेंट्रल दिल्ली, सीपी दिल्ली व प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और विदेश मंत्री से भी मदद की गुहार लगाई है.

वेल्डिंग का करते थे काम

लीबिया से वापस भारत आते समय अगवा किए गए सात भारतीयों की पहचान महेंद्र सिंह, वेंक्टराव बतचाला, साह अजय, उमेदीब्राहिम भाई मुल्तानी, दनय्या बोद्धू, मुन्ना चौहान और जोगाराव बतचाला के तौर पर की गई है. यह सभी लोग राजेंग्र प्लेस स्थित एनडी एन्टरप्राइजेज कंपनी की ओर से लीबिया में आयरन वेल्डर के तौर पर काम करने के लिए करीब एक साल पहले गए थे. एक साल तक वहां काम करने के बाद उन्हें भारत लौटना था, लेकिन बीच रास्ते से ही इन सबको अगवा कर लिया गया है.

पढ़ें : अगवा किए गए सात भारतीय नागरिकों में से दो अफगानिस्तान से स्वदेश लौटे

बीच रास्ते हुए अगवा

अगवा मुन्ना चौहान के रिश्तेदार लल्लन प्रसाद ने बताया की उनका रिश्तेदार मुन्ना चौहान भी एक साल पहले छह अन्य पीड़ितों के साथ वेल्डर मैन के तौर पर काम करने के​ लिए लिबिया गया था. 17 सितंबर को उनकी फ्लाईट लिबिया के त्रिपोली एयरपोर्ट से इस्तांबुल, पैरिस होते नई दिल्ली पहुंचना था. वह सभी अपनी कंपनी से एयरपोर्ट के लिए निकले थे, जहां बीच रास्ते अज्ञात अपराधियों ने सभी सातों भारतीयों को अगवा कर लिया है.

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