नई दिल्ली: पीएम मोदी ने नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मी ओली के साथ मंगलवार को मोतिहारी-अमलेखगंज पेट्रोलियम उत्पाद पाइपलाइन का उद्घाटन किया. दोनो ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पाइपलाइन का उद्घाटन किया है. ये दक्षिण एशिया की पहली क्रॉस-बॉर्डर पेट्रोलियम उत्पादों की पाइपलाइन है.
प्रधानमंत्री कार्यालय के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ने सोमवार को ही एक ट्वीट कर कहा था कि ये भारत-नेपाल के करीबी संबंधों को दर्शाता है.
इस दौरान पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि 2015 में आए भूकंप के बाद नेपाल ने पुनर्निर्माण का जिम्मा उठाया है. ऐसे में भारत के पड़ोसी और सबसे करीबी मित्र होने के नाते हम सहयोग के लिए अपना हाथ आगे बढ़ा रहे हैं. आगे पीएम मोदी ने कहा कि मुझे बहुत खुशी है कि नेपाल के गोरखा और नुवाकोट जिलों में फिर से लोगों के घर तैयार हो पाए हैं. आम जनता के सिर पर फिर से छत है.
पीएम मोदी के संबोधन के अंश :
- मई 2019 में भारत की नेपाल यात्रा के दौरान, हम इस परियोजना के जल्द उद्घाटन पर सहमत हुए थे. मुझे खुशी है कि हमारी संयुक्त कोशिशों से हमारे द्विपक्षी संबंध प्रगति कर रहे हैं और आज हम मोतीहारी-अमलेखगंज पाइप लाइन के संयुक्त उद्घाटन में भाग ले रहे हैं.
- पिछले कुछ वर्षों में हमारे बीच राजनीतिक लेवल पर अभूतपूर्व नजदीकी आई है, और नियमित सम्पर्क रहा है. पिछले डेढ़ वर्षों में, मेरे मित्र प्रधानमंत्री ओली जी और मैं चार बार मिल चुके हैं.
- विकास के लिए हमारी साझेदारी को और सक्रिय बनाने और नए क्षेत्रों में सहयोग को और बढ़ाने के लिए हमने नए अवसरों का लाभ उठाया है. हमारे संयुक्त प्रयासों का उद्देश्य है कि हमारे लोगों को लाभ मिले, उनका विकास हो.
- पिछले पांच वर्षों में, हमने महत्वपूर्ण द्विपक्षीय परियोजनाओं को पूरा किया है और कई अन्य पहल के परिणाम जल्दी प्राप्त किए हैं. पिछले साल हमने संयुक्त रूप से पशुपतिनाथ धर्मशाला और आईसीपी वीरगंज का उद्घाटन किया था.
- यह बहुत संतोष का विषय है कि दक्षिण एशिया की यह पहली क्रॉस-बॉर्डर पेट्रोलियम पाइपलाइन रिकॉर्ड समय में पूरी हुई है. जितनी अपेक्षा थी, उससे आधे समय में यह बन कर तैयार हुई है. इसका श्रेय आपके नेतृत्व को, नेपाल सरकार के सहयोग को और हमारे संयुक्त प्रयासों को जाता है.
- 2015 के विनाशकारी भूकंप के बाद जब नेपाल ने पुनर्निर्माण का बीड़ा उठाया, तो भारत ने पड़ोसी और निकटतम मित्र के नाते अपना हाथ सहयोग के लिए आगे बढ़ाया. मुझे बहुत खुशी है कि नेपाल के गोरखा और नुवाकोट जिलों में हमारे आपसी सहयोग से फिर से घर बसे हैं. आम लोगों के सिर पर फिर से छत आई है.
- मुझे खुशी है कि हम अपने सहयोग के सभी क्षेत्रों में प्रगति कर रहे हैं. मुझे उम्मीद है कि हम अपनी भागीदारी को और व्यापक बनाने तथा विविध क्षेत्रों में अपनी साझेदारी को और गहरा करने के लिए तेजी से आगे बढ़ेंगे.
- नेपाल की प्राथमिकताओं के अनुसार उसके विकास में सहयोग के लिए भारत के कमिटमेंट को मैं फिर दोहराना चाहता हूं. आपका 'धेरै-धेरै' धन्यवाद.
इस परियोजना के पीछे का मूल उद्देश्य है कि नेपाल में उर्जा सुरक्षा में सुधार किए जाएं. साथ ही ऐसा होने से तेल के दाम भी कम होंगे. इसके साथ ही मोतिहारी-अमलेखगंज पेट्रोलियम उत्पाद पाइपलाइन दोनों देशों के करीबी संबंधों को दर्शाता है.
मोतिहारी-अमलेखगंज पेट्रोलियम उत्पाद पाइपलाइन परियोजना पर पहली बार 1996 में चर्चा हुई थी, लेकिन ये बात तब आगे बढ़ी जब पीएम मोदी 2014 में नेपाल दौरे पर गए. इसका उद्घाटन अप्रैल में ही होना था, लेकिन परसा नेशनल पार्क में पेड़ काटे जाने को लेकर न मिली अनुमति के चलते देरी हुई है.
भारत ने इस परियोजना में 3.5 बिलियन रु. खर्च किए हैं. पीएम मोदी और नेपाल के प्रधानमंत्री ओली ने नई दिल्ली स्थित हैदराबाद भवन में इसकी नींव रखी.