देहरादून : महामारी कोरोना वायरस के चलते लाॅकडाउन में उत्तराखंड के रानीखेत में तैनात उपजिलाधिकारी अभय प्रताप सिंह ने अपनी शादी के बजाय डयूटी को तरजीह दी है. अपने कार्यो को तरजीह देते हुए उन्होंने कर्तव्यनिष्ठा का परिचय दिया. अभय प्रताप सिंह का विवाह 26 अप्रैल को लखनऊ में होना था, लेकिन कोरोना ड्यूटी के चलते उन्होंने अपनी सेवा को सर्वोपरी रखा और अपनी शादी टाल दी.
मिली जानकारी के अनुसार, उपजिलाधिकारी अभय प्रताप सिंह का जिस युवती के साथ विवाह होना है, वह पेशे से डॉक्टर हैं. अभय इस वक्त रानीखेत में कोरोना ड्यूटी के चलते व्यस्त हैं. बता दें कि दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज से लौटे रानीखेत के कुरेशियन मोहल्ला का एक जमाती पांच अप्रैल को कोरोना संक्रमित पाया गया.
जिसके बाद प्रशासन ने कुरेशियन मोहल्ला सहित सुदामापुरी और लोअर खड़ी बाजार को सील कर दिया था. हालांकि, राहत की बात यह है कि अब उस जमाती की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई है और फिलहाल वह होम क्वारंटाइन है, लेकिन रानीखेत में कोरोना के केस के चलते उपजिलाधिकारी अभय की जिम्मेदारी और बढ़ गई है. उनकी निगरानी में सील किए गए यह सभी मोहल्ले हैं.
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स्वास्थ्य विभाग की टीमों द्वारा प्रतिदिन मोहल्ले के लोगों का जांच किया जा रहा है. पुलिस और प्रशासन द्वारा इन लोगों पर लगातार निगरानी रखी जा रही है. वहीं, जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने उपजिलाधिकारी अभय प्रताप सिंह की कर्तव्यनिष्ठा तथा सेवाभाव की तारीफ की है. उन्होंने जिले के अन्य अधिकारियों को अभय प्रताप से सीख लेने की भी बात कहीं.