नई दिल्लीः देश में बढ़ती बछड़ों की संख्या पर नियंत्रण लगाने के लिए सरकार सेक्स सॉर्टेड सीमेन का सहारा लेगा. इस सीमेन से न सिर्फ गायें पैदा होगी बल्कि पैदा होने वाली गायें ज्यादा दुधारू भी होंगी. साथ ही इसके उपयोग से किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी. इस बात की जानकारी केंद्रीय मंत्री गिरिराज ने दी.
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि सेक्स सॉर्टेड की तकनीक अमेरिका में है और यहां इसका इस्तेमाल किया जाता है. बता दें कि पशुपालन और मत्सय मंत्रालय राष्ट्रीय गोकुल मिशन योजना के तहत पूरे देश में इसके लिए आधुनिक लैब बनाएगा. इन लैबों में सलाना 40 लाख सीमेन का उत्पादन किया जाएगा.
गौरतलब है कि देश में कुछ इस तरह के लैब खोले जा चुके हैं. गिरिराज सिंह ने बताया कि गर्माधान के माध्यम से आने वाले दिनों में जो बछड़े पैदा होंगे वे केवल मादा गाय होंगी.
गिरिराज सिंह ने कहा कि पूरे देश में आईवीएफ, भ्रूण प्रत्यारोपण से अनप्रोडक्टिव पशुधन को सरोगेट मदर (मां) के रूप उपयोग किया जाएगा. इससे बछड़ों की संख्या में नियंत्रण किया जाएगा.
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बता दें सेक्स सॉर्टेड सीमेन तकनीक में एक्स और वाई क्रोमोजोम में डीएनए का अनुपात संतुलित कर नर और मादा की जन्म दर को नियंत्रित किया जाता है.
गौरतलब है कि इसके कुछ दिन पहले भी गिरिराज ने एक कार्यक्रम में गाय की फैक्ट्री लगा देने की बात कही थी. इसके बाद विपक्ष ने उन पर हमला करते हुए कटाक्ष किया था. आज गिरिराज ने विपक्ष के तंज पर पलटवार करते हुए स्पष्ट किया कि उन्होंने गायों की फैक्ट्री लगा देने वाली बात किस संदर्भ में कह थी.