मुंबई : प्रकाश आंबेडकर ने कहा कि संविधान की बड़ी खूबसूरती यह है कि उसे आने वाली पीढ़ी की अपेक्षाओं के मद्देनजर लिखा गया. यही वजह है कि आज लोगों को आगे बढ़ने और अपनी बात रखने का मौका मिल रहा है.
पिछले 70 वर्षों में संविधान में हुए संशोधनों को लेकर अंबेडकर ने कहा, 'मेरे ख्याल से मौजूदा मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एस.ए. बोबडे को अपने पूर्ववर्ती न्यायाधीशों की तरह हिम्मत दिखानी चाहिए.'
केशव नंदा केस का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, 'मैं इसे देश का सबसे बड़ा फैसला मानता हूं, जहां न्यायधीश ने कहा कि संविधान में संशोधन तो हो सकते हैं, लेकिन उसकी मूल संरचना में बदलाव नहीं किया जा सकता.'
प्रकाश आंबेडकर ने अनुच्छेद 370 हटाये जाने को लेकर कहा, 'जम्मू-कश्मीर के हाई कोर्ट ने कहा है कि अगर उस समय निर्वाचित विधानसभा होती, तो अनुच्छेद 370 रद्द नहीं होता, क्योंकि अनुच्छेद 370 रद्द करने का अधिकार निर्वाचित विधानसभा का है.'
उन्होंने कहा कि विधानसभा भंग किये जाने के कारण अनुच्छेद 370 संविधान का अविभाजित अंग हो गया है. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर हाई कोर्ट के फैसले को अब सुप्रीम कोर्ट ने भी स्वीकार कर लिया है कि 370 अब भारत के संविधान का अविभाज्य अंग हो गया है.
प्रकाश आंबेडकर ने आरएसएस को लेकर कहा कि इस देश में कई विचारधाराएं रही हैं. इनमें से एक विचारधारा आरएसएस की भी है, जिसे लगता है कि वह देश में आर्यव्रत को वापस ला सकता है.
उन्होंने कहा कि हर मनुष्य आजाद रहने चाहता है, इसलिए संविधान ने सभी लोगों को स्वतंत्रता का अधिकार दिया है.