लखनऊ : उत्तर प्रदेश के लखनऊ और फिरोजाबाद में जहरीली शराब पीने से हुई लोगों की मौत का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि, प्रयागराज जनपद के फूलपुर थाना क्षेत्र के अमिलिया ग्राम सभा में जहरीली शराब के पीने से चार लोगों की मौत हो गई है. जबकि, कई लोग गंभीर हालत में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं. उधर ग्रामीणों का कहना है कि जहरीली शराब पीने से गांव के पांच लोगों की मौत हुई है, जबकि जिला प्रशासन अभी चार लोगों की मौत की ही पुष्टि कर रहा है.
जहरीली शराब कांड से जिला प्रशासन में हड़कंप
जहरीली शराब से चार लोगों की मौत की खबर के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया, जिसके बाद डीएम भानु गोस्वामी के साथ प्रयागराज मंडल के मंडलायुक्त आर रमेश कुमार, आईजी कवीन्द्र प्रताप सिंह और एसएसपी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी समेत जिले के कई आलाधिकारी मौके पर पहुंच गए. इसके साथ ही आबकारी विभाग की टीम के साथ कई थानों की फोर्स भी मौके पर पहुंच गई और जहरीली शराब पीने से बीमार हुए लोगों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया.
'मौते के प्याले' ने ली 4 की जान, कई की हालत गंभीर
बताया जा रहा है कि जहरीली शराब के पीने से अमिलिया निवासी राज बहादुर और प्यारे लाल समेत दो अन्य लोगों की तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद सभी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फूलपुर में भर्ती कराया गया, जहां चार लोगों की मौत हो गई.
सरकारी ठेके पर बेची जा रही जहरीली शराब !
बताया जा रहा है कि जहरीली शराब पीने से जिन लोगों की मौत हुई है या जिनकी तबीयत बिगड़ी सभी ने सरकारी शराब की दुकान से खरीदकर शराब पी थी. इस मामले में फिलहाल एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है और इस बात की जांच कराई जा रही है कि कितने लोगों ने इस ठेके से शराब खरीद कर उसका सेवन किया था.
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कई टीमें कर रही मामले की जांच
जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी ने बताया कि अब तक चार की मौत की सूचना है और कई लोगों की हालत अभी भी गंभीर बताई जा रही है. कई टीमें बनाकर इस पूरे मामले की जांच करायी जा रही है.
एक हफ्ते में तीन जिलों में जहरीली शराब ने ले ली 13 लोगों की जान
आपको बता दें कि दीपावली के एक दिन पहले राजधानी लखनऊ बंथरा थाना क्षेत्र में जहरीली शराब पीने के बाद कई लोगों की तबीयत बिगड़ गई थी, जिनमें से 6 लोगों की मौत हो गई थी. वहीं दीपावली के बाद फिरोजाबाद जनपद में जहरीली शराब ने तीन लोगों की जान ले ली थी, जिसके बाद दोनों जिलों के जिला आबकारी अधिकारियों को हटा दिया गया था.
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