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महाराष्ट्र में गन्ने के खेत में घासफूस के साथ तेंदुए के पांच शावकों की हुई जलकर मौत - महाराष्ट्र न्यूज

महाराष्ट्र में गन्ने के एक खेत में लगी आग की चपेट में आने से तेंदुए के पांच शावक जलकर मर गये. करीब तीन हफ्ते पहले ही इन शावकों का जन्म हुआ था.

जले हुए शावक.
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Published : Apr 4, 2019, 12:47 PM IST

मुम्बई: एक चौंकाने वाली घटना के तहत महाराष्ट्र में कृषि मजदूरों द्वारा गन्ने के खेत में घासफूस में आग लगा दिये जाने पर तेंदुए के पांच शावक मर गये. मजदूरों को वहां इन शावकों के होने का पता नहीं था. पुलिस ने बताया कि पुणे में जून्नार तहसी के अवासारी गांव में बुधवार को गन्ने के खेत में तेंदुए के पांच शावक मृत मिले. सभी महज तीन हफ्ते के थे.

गन्ने के खेत में घासफूस के साथ तेंदुए के पांच शावकों की हुई जलकर मौत.

एक मजदूर ने कहा, 'हम फसल काटने गये थे. खेत मालिक ने हमसे खेत के घासफूस को जला देने को कहा और हमने वही किया. हमें पता ही नहीं था कि वहां तेंदुए के शावक हैं.'

मानचार थाने के एक अधिकारी ने बताया कि कम से कम तीन हफ्ते पहले ही गन्ने के इस खेत में इन शावकों का जन्म हुआ था.

उन्होंने बताया कि मजदूरों ने घासफूस जलाने की कोशिश की जिसके बाद लपटें उठने लगीं, उसी बीच कुछ लोगों को वहां शावक नजर आये और तब अग्निशमन विभाग, पुलिस एवं वन विभाग को सूचना दी गयी. लेकिन तबतक देर हो गयी और शावक जलकर मर गये. इन मरे हुए शावकों को पोस्टमार्टम के बाद वन विभाग के अधिकारियों को सौंप दिया गया.

मुम्बई: एक चौंकाने वाली घटना के तहत महाराष्ट्र में कृषि मजदूरों द्वारा गन्ने के खेत में घासफूस में आग लगा दिये जाने पर तेंदुए के पांच शावक मर गये. मजदूरों को वहां इन शावकों के होने का पता नहीं था. पुलिस ने बताया कि पुणे में जून्नार तहसी के अवासारी गांव में बुधवार को गन्ने के खेत में तेंदुए के पांच शावक मृत मिले. सभी महज तीन हफ्ते के थे.

गन्ने के खेत में घासफूस के साथ तेंदुए के पांच शावकों की हुई जलकर मौत.

एक मजदूर ने कहा, 'हम फसल काटने गये थे. खेत मालिक ने हमसे खेत के घासफूस को जला देने को कहा और हमने वही किया. हमें पता ही नहीं था कि वहां तेंदुए के शावक हैं.'

मानचार थाने के एक अधिकारी ने बताया कि कम से कम तीन हफ्ते पहले ही गन्ने के इस खेत में इन शावकों का जन्म हुआ था.

उन्होंने बताया कि मजदूरों ने घासफूस जलाने की कोशिश की जिसके बाद लपटें उठने लगीं, उसी बीच कुछ लोगों को वहां शावक नजर आये और तब अग्निशमन विभाग, पुलिस एवं वन विभाग को सूचना दी गयी. लेकिन तबतक देर हो गयी और शावक जलकर मर गये. इन मरे हुए शावकों को पोस्टमार्टम के बाद वन विभाग के अधिकारियों को सौंप दिया गया.

Intro:Anc__ आंबेगाव तालुक्यातील अवसरी बुद्रुक येथे उसाच्या शेताला लावलेल्या आगीत बिबट्याची पाच जिवंत पिल्ले जळून मृत्यूमुखी पडल्याची धक्कादायक घटना घडली असून संपूर्ण परिसरात बिबट्याच्या बछड्यांच्या आगीत जळुन मृत्यू झाल्याने हळहळ व्यक्त होत आहे


Vo_सध्या खेड आंबेगाव जुन्नर शिरूर परिसरात ऊस तोडणी अंतिम टप्प्यात असून ऊस तोडणी झाल्यानंतर उसाच्या शेतातील पाचुटाला आग लावली जाते अशाच एका घटनेत अवसरी बुद्रुक येथील गोपीनाथ सखाराम गुंणगे यांच्या शेतात आज सकाळच्या सुमारास ऊसतोड कामगार ऊस तोडणीसाठी आले असताना काही ठिकाणी उसाच्या शेतातील पाचुटाला आग लावली होती दरम्यान या उसाच्या पाचुट जळत असताना बिबट मादीची पाच पिल्ले दडून बसली होती काहीच वेळात आगीचे रौद्ररूप झाल्याने या बिबट्यांच्या पिल्लांनाचा आगीत जळून झाला आहे

बिबट मादीची चिमुकली पिल्ले आगीत जळुन मृत्यु झाल्याने या परिसरात असणारी बिबट मादी क्रोधीत होण्याची शक्यता नाकारता येणार नाही त्यामुळे या परिसरात नागरिकांनी पुढील काळात सतर्क रहाण्याची गरज आहे.


Vo_ ऊस शेतीला जंगल समजून बिबट उसाच्या शेतात वास्तव्य करत असताना बिबट मादीची पिल्लेही ऊस शेतीचा आधार घेऊन वास्तव्य करत असताना नागरिकांनी काळजी घेण्याची गरज असतानाही ऊस तोडणी झाल्यानंतर उसाच्या पाचुटाला आग लावली या आगीमध्ये बिबट्याची पाच जिवंत पिल्ले जळून मृत्युमुखी पडली आहे त्यामुळे बिबट्याच्या व बछड्यांच्या संगोपनाचा प्रश्न पुन्हा एकदा ऐरणीवर आला असून वनविभाग या घटनेकडे कशा पद्धतीने पाहणार आणि पुढील काळात काय कारवाई करणार हे पाहणे महत्त्वाचे ठरणार आहे

Byte__शेतकरी

Byte__ऊसतोड कामगारBody:ब्रेकिंगConclusion:
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