रायपुर : छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में पुलिस ने भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा के खिलाफ विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता बढ़ाने के मामले में प्राथमिकी दर्ज की है.
रायपुर जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आरिफ शेख ने सोमवार को बताया कि जिले के सिविल लाइंस थाने में पुलिस ने युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पूर्णचंद्र पाढ़ी की शिकायत पर संबित पात्रा के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है.
पुलिस के मुताबिक, पाढ़ी ने पुलिस में शिकायत की थी कि पात्रा ने 10 मई को ट्वीट कर दो पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू और राजीव गांधी पर कश्मीर मामले और वर्ष 1984 में हुए सिख विरोधी दंगे तथा बोफोर्स घोटाला को लेकर झूठा आरोप लगाया था.
पाढ़ी ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि दोनों पूर्व प्रधानमंत्री को किसी भी भ्रष्टाचार और दंगों से संबंधित मामले में दोषी नहीं ठहराया गया है. जब देश कोविड-19 जैसी चुनौतियों से लड़ रहा है, ऐसे में इस तरह का ट्वीट करना ना केवल विभिन्न धार्मिक समूहों, समुदायों के बीच सद्भाव के लिए हानिकारक है, बल्कि इससे शांति भंग होने की भी आशंका है.
वहीं, राज्य में भाजपा के प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कहा है कि सत्ताधारी दल सत्ता का दुरुपयोग विरोधी दल के नेताओं के खिलाफ मामले दर्ज करने के लिए कर रही है.
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज
पुलिस के मुताबिक, युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पूर्णचंद्र पाढ़ी ने पुलिस में शिकायत की थी कि संबित पात्रा ने 10 मई को ट्वीट कर दो पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू और राजीव गांधी पर कश्मीर मामले और वर्ष 1984 में हुए सिख विरोधी दंगे तथा बोफोर्स घोटाला को लेकर झूठा आरोप लगाया था.
रायपुर : छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में पुलिस ने भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा के खिलाफ विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता बढ़ाने के मामले में प्राथमिकी दर्ज की है.
रायपुर जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आरिफ शेख ने सोमवार को बताया कि जिले के सिविल लाइंस थाने में पुलिस ने युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पूर्णचंद्र पाढ़ी की शिकायत पर संबित पात्रा के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है.
पुलिस के मुताबिक, पाढ़ी ने पुलिस में शिकायत की थी कि पात्रा ने 10 मई को ट्वीट कर दो पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू और राजीव गांधी पर कश्मीर मामले और वर्ष 1984 में हुए सिख विरोधी दंगे तथा बोफोर्स घोटाला को लेकर झूठा आरोप लगाया था.
पाढ़ी ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि दोनों पूर्व प्रधानमंत्री को किसी भी भ्रष्टाचार और दंगों से संबंधित मामले में दोषी नहीं ठहराया गया है. जब देश कोविड-19 जैसी चुनौतियों से लड़ रहा है, ऐसे में इस तरह का ट्वीट करना ना केवल विभिन्न धार्मिक समूहों, समुदायों के बीच सद्भाव के लिए हानिकारक है, बल्कि इससे शांति भंग होने की भी आशंका है.
वहीं, राज्य में भाजपा के प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कहा है कि सत्ताधारी दल सत्ता का दुरुपयोग विरोधी दल के नेताओं के खिलाफ मामले दर्ज करने के लिए कर रही है.