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प.बंगाल: आरजी कर रेप-मर्डर मामले में आरोपी संजय ने पूर्व सीपी पर लगाये आरोप - RG KAR RAPE MURDER CASE

कोलकाता में आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर रेप-मर्डर मामले की सुनवाई शुरू हो गई. आरोपी ने बोला फंसाया गया है.

RG Kar rape and
आरजी कर रेप मर्डर केस (ETV Bharat W. Bengal Desk)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 12, 2024, 12:23 PM IST

Updated : Nov 12, 2024, 6:29 PM IST

कोलकाता: आरजी कर मेडिकल छात्रा के साथ रेप और मर्डर मामले के मुख्य आरोपी संजय रॉय ने कहा कि उसे इस मामले में फंसाया गया है. वह बेकसूर है. कोर्ट के बाहर चिल्लाते हुए उसने सीधे तौर पर पूर्व पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल पर उंगली उठाई.

आरजी कर मामले की सुनवाई सोमवार को सियालदह कोर्ट में हुई. आरोपी संजय रॉय को अदालत में पेश किया गया. सुनवाई के बाद जब उसे कोर्ट परिसर में कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट से बाहर ले जाया गया तो संजय चिल्लाने लगा. जेल वैन में बैठाने से पहले उसने जोर से कहा, 'विनीत गोयल ने मुझे फंसाया है!'

पिछले सोमवार को संजय रॉय ने सियालदह कोर्ट परिसर में खड़े होकर दावा किया कि वह निर्दोष है और सरकारी साजिश का शिकार हुआ है. आज भी सियालदह कोर्ट से निकलते समय वह जेल वैन से चिल्लाते हुए पूर्व सीपी के खिलाफ उंगली उठाता रहा.

आरजी द्वारा बलात्कार और हत्या के मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सोमवार को सुनवाई शुरू हो गई. संजय रॉय की पेशी से पहले कोर्ट परिसर को कड़ी सुरक्षा घेरे में रखा गया था. ताकि आरोपी संजय पत्रकारों के सामने कुछ न बोल सके.

हालांकि, संजय रॉय ने सभी सुरक्षा घेरा को तोड़ दिया और कैमरे के सामने दावा किया कि उसे फंसाया गया है. उसने विनीत गोयल पर साजिश का आरोप लगाया. सोमवार को ट्रायल के पहले दिन अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायालय-1 ने दो लोगों की गवाही स्वीकार की.

पीड़िता के पिता और उसके एक परिजन की गवाही स्वीकार की गई. ट्रायल दोपहर 2 बजे के बाद शुरू हुआ और शाम 5 बजे खत्म हुआ. इस मामले में कुल 128 लोगों की गवाही होगी. इन 128 लोगों में कोलकाता पुलिस के लोग, जूनियर डॉक्टर, फोरेंसिक विभाग के अधिकारी और कई अन्य लोग शामिल हैं.

सभी के बयान सिलसिलेवार दर्ज किए जाएंगे. हालांकि, साक्ष्य दर्ज करने की यह प्रक्रिया पीड़िता के माता-पिता से शुरू हुई. इससे पहले संजय रॉय ने मीडिया के सामने दावा किया था कि सरकार उसे फंसा रही है और आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में हुए बलात्कार और हत्या की घटना से उनका कोई लेना-देना नहीं है.

सीबीआई ने 14 सितंबर को पूर्व टाला पुलिस स्टेशन के ओसी अभिजीत मंडल और आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को गिरफ्तार किया था. उनके खिलाफ मूल रूप से 9 अगस्त को आरजी कर अस्पताल से युवा डॉक्टर का शव बरामद होने के बाद घटनास्थल से सबूत नष्ट करने का आरोप है. सीबीआई इस मामले में दोनों के खिलाफ दूसरा आरोप पत्र दाखिल कर सकती है.

ये भी पढ़ें- आरजी कर मामले की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई, CBI जांच की प्रगति पर तीन हफ्ते में जवाब देना होगा

कोलकाता: आरजी कर मेडिकल छात्रा के साथ रेप और मर्डर मामले के मुख्य आरोपी संजय रॉय ने कहा कि उसे इस मामले में फंसाया गया है. वह बेकसूर है. कोर्ट के बाहर चिल्लाते हुए उसने सीधे तौर पर पूर्व पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल पर उंगली उठाई.

आरजी कर मामले की सुनवाई सोमवार को सियालदह कोर्ट में हुई. आरोपी संजय रॉय को अदालत में पेश किया गया. सुनवाई के बाद जब उसे कोर्ट परिसर में कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट से बाहर ले जाया गया तो संजय चिल्लाने लगा. जेल वैन में बैठाने से पहले उसने जोर से कहा, 'विनीत गोयल ने मुझे फंसाया है!'

पिछले सोमवार को संजय रॉय ने सियालदह कोर्ट परिसर में खड़े होकर दावा किया कि वह निर्दोष है और सरकारी साजिश का शिकार हुआ है. आज भी सियालदह कोर्ट से निकलते समय वह जेल वैन से चिल्लाते हुए पूर्व सीपी के खिलाफ उंगली उठाता रहा.

आरजी द्वारा बलात्कार और हत्या के मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सोमवार को सुनवाई शुरू हो गई. संजय रॉय की पेशी से पहले कोर्ट परिसर को कड़ी सुरक्षा घेरे में रखा गया था. ताकि आरोपी संजय पत्रकारों के सामने कुछ न बोल सके.

हालांकि, संजय रॉय ने सभी सुरक्षा घेरा को तोड़ दिया और कैमरे के सामने दावा किया कि उसे फंसाया गया है. उसने विनीत गोयल पर साजिश का आरोप लगाया. सोमवार को ट्रायल के पहले दिन अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायालय-1 ने दो लोगों की गवाही स्वीकार की.

पीड़िता के पिता और उसके एक परिजन की गवाही स्वीकार की गई. ट्रायल दोपहर 2 बजे के बाद शुरू हुआ और शाम 5 बजे खत्म हुआ. इस मामले में कुल 128 लोगों की गवाही होगी. इन 128 लोगों में कोलकाता पुलिस के लोग, जूनियर डॉक्टर, फोरेंसिक विभाग के अधिकारी और कई अन्य लोग शामिल हैं.

सभी के बयान सिलसिलेवार दर्ज किए जाएंगे. हालांकि, साक्ष्य दर्ज करने की यह प्रक्रिया पीड़िता के माता-पिता से शुरू हुई. इससे पहले संजय रॉय ने मीडिया के सामने दावा किया था कि सरकार उसे फंसा रही है और आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में हुए बलात्कार और हत्या की घटना से उनका कोई लेना-देना नहीं है.

सीबीआई ने 14 सितंबर को पूर्व टाला पुलिस स्टेशन के ओसी अभिजीत मंडल और आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को गिरफ्तार किया था. उनके खिलाफ मूल रूप से 9 अगस्त को आरजी कर अस्पताल से युवा डॉक्टर का शव बरामद होने के बाद घटनास्थल से सबूत नष्ट करने का आरोप है. सीबीआई इस मामले में दोनों के खिलाफ दूसरा आरोप पत्र दाखिल कर सकती है.

ये भी पढ़ें- आरजी कर मामले की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई, CBI जांच की प्रगति पर तीन हफ्ते में जवाब देना होगा
Last Updated : Nov 12, 2024, 6:29 PM IST
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