मुंबई : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धन शोधन मामले में महाराष्ट्र में शिवसेना के विधायक प्रताप सरनाईक के परिसरों पर मंगलवार को छापे मारे. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि केन्द्रीय एजेंसी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत ठाणे और मुंबई में सरनाईक से जुड़े 10 ठिकानों पर छापेमारी की.
ईडी की टीमों ने सरनाईक के ठाणे स्थित घर पर उस समय छापा मारा जब वह मौजूद नहीं थे. इसके अलावा एक प्रमुख सुरक्षा सेवा एजेंसी सहित कुछ अन्य स्थानों पर भी छापा मारा.
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि मुंबई और ठाणे में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत आय से अधिक संपत्ति के मामलों में कई जगहों पर एक साथ छापे मारे जा रहे हैं.
56 वर्षीय सरनाईक ठाणे में ओवला-मजीवाड़ा निर्वाचन क्षेत्र से तीन बार के विधायक हैं और विहंग ग्रुप ऑफ कंपनीज के अध्यक्ष हैं. उनका दूसरे क्षेत्रों में भी कारोबार है.
सत्तारूढ़ शिवसेना-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-कांग्रेस ने एमवीए सरकार पर दबाव बनाने और इसके नेताओं का मनोबल गिराने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की आलोचना की है.
पढ़ें- केरल सोना तस्करी मामले ने कस्टम ने शिवशंकर को गिरफ्तार किया
बता दें कि सरनाईक पिछले कुछ हफ्तों में बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत और रिपब्लिक टीवी के मुख्य संपादक अर्नब गोस्वामी के आलोचक रहे हैं. उन्होंने रनौत के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी जब अभिनेत्री ने मुंबई को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर बताया था.
शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने विरोधियों के खिलाफ राजनीतिक हथियार के रूप में छापे का उपयोग करने के लिए केंद्र पर हमला किया.
राउत ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि ईडी और सीबीआई का दुरुपयोग किया जा रहा है. वे केंद्र के हाथों की कठपुतली हैं. लेकिन, हम किसी के सामने नहीं झुकेंगे. उन्होंने दोहराया कि महाराष्ट्र सरकार स्थिर है और चार साल के अपने शेष कार्यकाल को पूरा करेगी.
इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि यहां तक कि शिवसेना के पास भाजपा नेताओं के सभी फजीर्वाड़े के बारे में फाइलें हैं. एनसीपी के वरिष्ठ नेता और खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल ने कहा कि भाजपा केंद्रीय एजेंसियों का उपयोग उन लोगों को परेशान करने के लिए करती है जो उनके आलोचक हैं.