नई दिल्ली: 'बाबर की औलाद' वाले बयान के बाद चुनाव आयोग द्वारा जारी कारण बताओ नोटिस पर उठे सवाल पर योगी आदित्यनाथ ने प्रतिक्रिया दी. इस दौरान उन्होंने कहा कि हम चुनावी मंच पर भजन गाने के लिए नहीं जाते. इस बयान के बाद अब कांग्रेस हमलावर हो गई है. कांग्रेस ने उन्हें इस तरह की टिप्पणी करने के बजाय भक्ति गीत गाना की सलाह दी है.
एक हालिया साक्षात्कार में, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'क्या हम भक्ति गीत गाने के लिए मंच पर जाते हैं? हम विपक्षी दल पर निशाना साधने के लिए चुनावी मंच पर जाते हैं.' ये जवाब उन्होंने 'बाबर की औलाद' वाले बयान के बाद चुनाव आयोग द्वारा जारी हुई कारण बताओ नोटिस पर उठे सवाल पर दिया है.
कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने कहा, 'चुनाव विपक्षी दलों को गाली देने के लिए नहीं हैं, न तो उन पर आरोप लगाने के लिए और न ही उनका अपमान करने के लिए. चुनाव विचारधाराओं और सामाजिक मामलों पर आधारित होते हैं.'
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'अगर वह खुद को 'योगी' कहते हैं तो उन्हें राजनीति में इतनी दिलचस्पी क्यों है? उन्हे सत्ता में क्यों आना है? उन्हें हमारे देश के संविधान का अपमान करने के बजाय अपने भक्ति गीतों करना जारी रखना चाहिए था. अगर उन्हें मुख्यमंत्री के पद की गरिमा का जरा भी ध्यान था उन्हे ऐसे बयान नहीं देने चाहिए. साथ ही रैली के दौरान ऐसी अपमानजनक टिप्पणियों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
दरअसल चुनाव आयोग ने योगी आदित्यनाथ को 24 घंटे के अंदर कारण बताओं नोटिस जारी किया है वो भी उनके संभल में सपा-बसपा गठबंधन प्रत्याशी पर दिए गए बयान के बाद. इस बयान में योगी ने उम्मीदवार के ' बाबर की औलाद' का इस्तेमाल किया था. संभल में इनकी रैली बीते महीने की 19 तारीक को आयोजित हुई थी. इससे पहले भी चुनाव आयोग ने 72 घंटों का योगी के प्रचार पर बैन लगा दिया था.