अमरावती: आंध्र प्रदेश पुलिस ने शनिवार को विशाखापत्तनम जिले में भ्रष्टाचार के आरोपों में लिप्त भ्रष्ट सरकारी कर्मचारियों को ब्लैकमेल करने और पैसे एंठने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.
पकड़े गए आरोपियों की पहचान गोदाकुलम जिले के एटचेरला मंडल के वी नारायण राव, जी वेंकट सुरेश बाबू और पश्चिम गोदावरी जिले के कोवुरु के के महालक्ष्मी के रूप में हुई है.
पुलिस उपायुक्त एम रवींद्रनाथ बाबू ने कहा कि अभियुक्त राव मीडिया के माध्यम से, उन लोगों के बारे में जानकारी एकत्र करता था, जो विभागीय पूछताछ और आपराधिक आरोपों का सामना कर रहे थे. उसके बाद वो कर्मचारीयों को कॉल करके उनसे पैसा मांगना करता था. वो खुद को कार्यालय या अमरावती में प्रधान सचिव कार्यालय के अधीक्षक बताता था.
जबकि दूसरा आरोपी एकल महिला और विधवा महिलाओं के बैंक अकाउंट खुलवाता था. इन अकाउंट का इस्तेमाल पीड़ितों से धन प्राप्त करने के लिए करता था. बाद में उन महिलाओं के बैंक खातों से पैसे निकाल कर महिलाओं को थोड़ा सा भुगतान कर खाते को बंद कर दिया जाता था.
पुलिस ने एक शिक्षक और एक अस्पताल की ओर से मिली शिकायतों के बाद कारवाई कर तीनों आरोपियों को पकड़ा.
पुलिस के अनुसार, राव ने अस्पताल प्रशासन को खुद को अमरावती का चिकित्सा और स्वास्थ्य प्रमुख सचिव बता कर फोन किया और तीसरे आरोपी महालक्ष्मी के बैंक खाते में स्थानांतरित करने के लिए 10 लाख रुपये की मांग की. इसके बाद मामले पर अस्पताल की ओर से थ्री टाउन पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज करवाई गई.
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इसके अलावा द्वारका पुलिस स्टेशन में भी एक टीचर ने शिकायत दर्ज करवाई , जिसमें गिरोह को 30,000 रुपये देने का दावा किया गया.
पुलिस ने कहा कि गिरोह ने आंध्र प्रदेश में कई जगह इसी तरह के अपराध किए हैं.