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अब 30 मिनट में होगा कोरोना टेस्ट, आईसीएमआर ने दी किट को मंजूरी

एम्स ने कोविड-19 की नई टेस्टिंग किट ईजाद की है. इससे कोविड टेस्ट करना बेहद आसान और सस्ता हो जाएगा और जांच के बाद रिपोर्ट भी महज 15-30 मिनट में सामने आ जाएगी. इस टेस्ट किट को आईसीएमआर ने मंजूरी भी दे दी है. जानें और क्या है इस किट की खासियत...

cheap kit invented for covid-19-testing by delhi aiims
testing kit for covid19
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Published : Jun 16, 2020, 11:42 AM IST

नई दिल्ली : कोरोना के बढ़ते कहर के बीच अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) से एक अच्छी खबर आई है. एम्स के इंफेक्शन डिजीज और मेडिसिन डिपार्टमेंट के संयुक्त प्रयास से एंटीजन पर आधारित कोविड 19 की नई टेस्टिंग किट ईजाद की गई है. इस किट से टेस्ट करना भी आसान है और रिपोर्ट भी महज 15-30 मिनट में आ जाती है. मंगलवार से एम्स में इस टेस्टिंग किट से जांच करना भी शुरू कर दिया जाएगा.

एम्स नई दिल्ली ने सस्ती, भरोसेमंद और कम समय में रिपोर्ट देने वाली टेस्टिंग किट बनाने में सफलता हासिल कर ली है. यह देश के लिए गर्व की बात है. अब कोविड टेस्ट के लिए चीन निर्मित आरटी-पीसीआर किट की ओर निर्भरता कम हो जाएगी.

एम्स के कार्डियो-रेडियोलॉजी विभाग के असिसिटेंट प्रोफेसर डॉ. अमरिंदर सिंह ने बताया कि एम्स ने कोविड-19 टेस्टिंग किट बनाने में सफलता प्राप्त कर ली है. एंटीजन आधारित इस टेस्टिंग किट से कोविड वायरस जांच करना प्रेगनेंसी टेस्ट जितना ही आसान है.

देखें पूरी रिपोर्ट.

एंटीजन आधारित है किट
डॉ. अमरिंदर सिंह ने बताया कि कोविड टेस्टिंग का यह देशी तरीका बहुत भरोसेमंद है. भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और डीजीएचएस ने इसे मंजूरी भी दे दी है. इससे रिपोर्ट सिर्फ 15-30 मिनट में ही मिल जाती है. इसे स्टैंडर्ड ट्यूब कोविड-19 एंटीजन एसिड कहा जाता है. इसमें कोरियन बेस्ड एंटीजन का इस्तेमाल किया गया है.

ऐसे की जाती है जांच
डॉ. अमरिंदर ने बताया कि स्टैंडर्ड ट्यूब कोविड -19 एंटीजन से टेस्ट करना बेहद आसान है. सबसे पहले नाक से स्वैब लेते हैं. उसके बाद इसकी तीन बूंदे प्रेगनेंसी टेस्ट की तरह स्ट्रिप में डाल देते हैं. इसके बाद 15-30 मिनट में ही रिजल्ट सामने आ जाता है. खास बात यह है कि यह विशुद्ध रूप से एंटीजन बेस्ड टेस्ट है, जबकि अभी तक जितने भी टेस्ट हो रहे हैं वह सभी एंटीबाडी बेस्ड हैं.

पढ़ें- कोरोना का कहर : 93 वर्षों में पहली बार स्थगित हुई ऑस्कर सेरेमनी

आरटी/पीसीआर टेस्ट से कैसे अलग
डॉ. अमरिंदर ने बताया कि आरटी/पीसीआर टेस्ट यानी पॉलीमर चेन रिएक्शन को यह एम्प्लीफाय करता है. इसके बाद एंटीजन रिएक्ट करता है. इसमें काफी समय लग जाता है इसलिए इसकी रिपोर्ट 24 घंटे में आती है. जबकि स्टैंडर्ड ट्यूब कोविड-19 एंटीजन सीधा एंटीजन से ही रिएक्ट करता है. इसलिए इसकी रिपोर्ट सिर्फ 15-30 मिनट के भीतर ही आ जाती है. एक अच्छी बात यह है कि इसके लिए किसी मशीन की आवश्यकता भी नहीं होती है.

84 फीसदी है सेंसिटिविटी
इस टेस्टिंग किट की सेंसटिविटी 84 फीसदी है. वायरस के सरफेस पर जो प्रोटीन पड़ी होती है, उसे डिटेक्ट करता है. इसकी स्पेसिफिसिटी 100 फीसदी है यानी यह सीधे एंटीजन से रिएक्ट करता है और वायरस के सरफेस ओर मौजूद प्रोटीन को डिटेक्ट करता है.

अच्छी बात यह है कि यह मौजूदा पीसीआर टेस्टिंग किट के मुकाबले काफी सस्ता भी है. प्रति किट 500 रुपये का खर्च पड़ता है.

नई दिल्ली : कोरोना के बढ़ते कहर के बीच अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) से एक अच्छी खबर आई है. एम्स के इंफेक्शन डिजीज और मेडिसिन डिपार्टमेंट के संयुक्त प्रयास से एंटीजन पर आधारित कोविड 19 की नई टेस्टिंग किट ईजाद की गई है. इस किट से टेस्ट करना भी आसान है और रिपोर्ट भी महज 15-30 मिनट में आ जाती है. मंगलवार से एम्स में इस टेस्टिंग किट से जांच करना भी शुरू कर दिया जाएगा.

एम्स नई दिल्ली ने सस्ती, भरोसेमंद और कम समय में रिपोर्ट देने वाली टेस्टिंग किट बनाने में सफलता हासिल कर ली है. यह देश के लिए गर्व की बात है. अब कोविड टेस्ट के लिए चीन निर्मित आरटी-पीसीआर किट की ओर निर्भरता कम हो जाएगी.

एम्स के कार्डियो-रेडियोलॉजी विभाग के असिसिटेंट प्रोफेसर डॉ. अमरिंदर सिंह ने बताया कि एम्स ने कोविड-19 टेस्टिंग किट बनाने में सफलता प्राप्त कर ली है. एंटीजन आधारित इस टेस्टिंग किट से कोविड वायरस जांच करना प्रेगनेंसी टेस्ट जितना ही आसान है.

देखें पूरी रिपोर्ट.

एंटीजन आधारित है किट
डॉ. अमरिंदर सिंह ने बताया कि कोविड टेस्टिंग का यह देशी तरीका बहुत भरोसेमंद है. भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और डीजीएचएस ने इसे मंजूरी भी दे दी है. इससे रिपोर्ट सिर्फ 15-30 मिनट में ही मिल जाती है. इसे स्टैंडर्ड ट्यूब कोविड-19 एंटीजन एसिड कहा जाता है. इसमें कोरियन बेस्ड एंटीजन का इस्तेमाल किया गया है.

ऐसे की जाती है जांच
डॉ. अमरिंदर ने बताया कि स्टैंडर्ड ट्यूब कोविड -19 एंटीजन से टेस्ट करना बेहद आसान है. सबसे पहले नाक से स्वैब लेते हैं. उसके बाद इसकी तीन बूंदे प्रेगनेंसी टेस्ट की तरह स्ट्रिप में डाल देते हैं. इसके बाद 15-30 मिनट में ही रिजल्ट सामने आ जाता है. खास बात यह है कि यह विशुद्ध रूप से एंटीजन बेस्ड टेस्ट है, जबकि अभी तक जितने भी टेस्ट हो रहे हैं वह सभी एंटीबाडी बेस्ड हैं.

पढ़ें- कोरोना का कहर : 93 वर्षों में पहली बार स्थगित हुई ऑस्कर सेरेमनी

आरटी/पीसीआर टेस्ट से कैसे अलग
डॉ. अमरिंदर ने बताया कि आरटी/पीसीआर टेस्ट यानी पॉलीमर चेन रिएक्शन को यह एम्प्लीफाय करता है. इसके बाद एंटीजन रिएक्ट करता है. इसमें काफी समय लग जाता है इसलिए इसकी रिपोर्ट 24 घंटे में आती है. जबकि स्टैंडर्ड ट्यूब कोविड-19 एंटीजन सीधा एंटीजन से ही रिएक्ट करता है. इसलिए इसकी रिपोर्ट सिर्फ 15-30 मिनट के भीतर ही आ जाती है. एक अच्छी बात यह है कि इसके लिए किसी मशीन की आवश्यकता भी नहीं होती है.

84 फीसदी है सेंसिटिविटी
इस टेस्टिंग किट की सेंसटिविटी 84 फीसदी है. वायरस के सरफेस पर जो प्रोटीन पड़ी होती है, उसे डिटेक्ट करता है. इसकी स्पेसिफिसिटी 100 फीसदी है यानी यह सीधे एंटीजन से रिएक्ट करता है और वायरस के सरफेस ओर मौजूद प्रोटीन को डिटेक्ट करता है.

अच्छी बात यह है कि यह मौजूदा पीसीआर टेस्टिंग किट के मुकाबले काफी सस्ता भी है. प्रति किट 500 रुपये का खर्च पड़ता है.

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