आगरा: यमुना एक्सप्रेस वे पर सोमवार तड़के एक बेकाबू बस डिवाइडर तोड़कर नाले में गिर गई. हादसा इतना भीषण था कि मौके पर ही 29 यात्रियों की मौत हो गई. घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है.
ये घटना थाना एत्मादपुर इलाके में स्थित झरना नाले के पास यात्रियों से भरी एक बस पुल से नीचे गिरी. अधिकारियों ने बताया कि इस हादसे में करीब 29 लोगों की मौत हो गई और 18 लोग घायल हो गए.
पीएम मोदी ने भी ट्वीट कर दुख जाहिर किया है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के आगरा में हुई बस दुर्घटना से क्षति पहुंची है. जिन परिवारों ने अपने प्रियजनों को खोया उनके लिए संवेदना. मैं प्राथना करता हूं कि घायल जल्द ठीक हों. राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन हर संभव मदद करने का प्रयास कर रहे हैं.
वहीं, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी ट्वीट करते हुए कहा, 'यमुना एक्सप्रेसवे पर हुई बस दुर्घटना में कई लोगों की मृत्यु के दुखद समाचार से मैं व्यथित हूं. दुर्घटना के संबंध में आदित्यनाथ से मैंने बात की है. उन्होंने प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा एवं (परिवहन) मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को दुर्घटना स्थल पर भेजा है.'
उन्होंने आगे कहा, 'भाजपा के प्रदेश महामंत्री पंकज सिंह भी घटनास्थल पर गए हैं. इस हृदय विदारक घटना में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति अपनी भावनायें एवं संवेदनाएं प्रेषित करता हूं तथा जो लोग घायल हुए हैं उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं.'
अधिकारियों ने बताया कि लखनऊ से दिल्ली जा रही अवध डिपो की जनरथ बस में करीब 50 लोग सवार थे. उन्होंने बताया कि हादसे के बाद से अब तक कई शवों को निकाल लिया गया है, लेकिन माना जा रहा है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है.
उन्होंने बताया कि फ़िलहाल मौके पर राहत बचाव कार्य जारी है और जिले के आला अधिकारियों सहित पुलिस बल मौके पर मौजूद हैं. साथी ही बताया कि खाई में पानी भरे होने की वजह से राहत बचाव कार्य में मुश्किल आ रही है. साथ ही कहा कि अभी तक हादसे की वजह का पता नहीं चल सका है.
डीएम एनजी रवि कुमार ने बताया कि लखनऊ से दिल्ली के आनंद विहार बस अड्डे जा रही बस यमुना एक्सप्रेसवे पर रेलिंग तोड़ते हुए नाले में जा गिरी. हादसे में घायल हुए लोगों को जिले के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है. वहीं अब तक 29 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है जिनके शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
ऐसा माना जा रहा है कि बस चालक की आंख लगने की वजह से यह हादसा हुआ. लोगों के सामान से मृतकों की शिनाख्त करने की कोशिश की जा रही है.
एसएसपी ने बताया कि हो सकता है ड्राइवर की आंख लगने की वजह से हादसा हुआ है. फिलहाल बचाव अभियान लगभग पूरा हो चुका है. लोगों के सामान से मृतकों की शिनाख्त करने की कोशिश की जा रही है.
एक प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश परिवहन की अवध डिपो की बस रविवार रात आलमबाग बस स्टैंड से सवारियां लेकर दिल्ली के लिए निकली थी. लखनऊ एक्सप्रेस वे और इनर रिंग रोड होते हुए तड़के 3:30 बजे करीब बस यमुना एक्सप्रेस वे पर पहुंच गई, जिस पर करीब दो-तीन किलोमीटर चलते ही चालक को झपकी लग गई, जिससे बस अनियंत्रित होकर यमुना एक्सप्रेस वे से 30 फुट गहराई में झरना नाले में जाकर गिर पड़ी . हादसे के समय अधिकतर सवारियां सो रहीं थी. इसलिए किसी को चीखने का भी मौका ना मिला. वहीं पास स्थित गांव के एक व्यक्ति ने हादसे के समय धमाके जैसी जोर की आवाज सुनी तो उसने दौड़कर अन्य ग्रामीणों को बताया, जिसके बाद भारी संख्या में ग्रामीणों ने पहुंचकर बचाव कार्य शुरू कर दिया.
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उनके अनुसार, बस में से करीब 18 से 20 लोगों को निकालकर बाहर लेटाया गया. तब तक पुलिस पहुंच गई. इसके बाद इनको एंबुलेंस से अस्पताल भेजा. हादसे के लगभग दो घंटे बाद जेसीबी और क्रेन ने मौके पर पहुंच बस को सीधा किया जिससे बस में फंसे लोगों को निकाला गया, जिनकी सभी की मौत हो चुकी थी.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुर्घटना पर दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है. साथ ही इस भीषण सड़क हादसे का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को भी राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं.
मुख्यमंत्री ने उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा और परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को मौके पर जाकर घटना की समीक्षा करने और अस्पताल जाकर घायलों से बात करने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा है कि घायलों को समुचित इलाज मुहैया कराया जाए.